गुमला : घाघरा थाना क्षेत्र के महदनीया टोली स्थित केला बगान में 23 अगस्त की रात कृषी वैज्ञानिक लोकेश एवं उसके सहयोगी एम देवादासु का गला रेत कर हत्या किए जाने की घटना का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। साथ ही घटना में शामिल तीन अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया है। वारदात लूट को अंजाम देने के लिए की गई थी।
गिरफ्तार अपराधियों में कुख्यात अपराधकर्मी आनन्द तिग्गा उर्फ आनन्द उरांव, मैनेजर तेतरु उरांव व आकाश उरांव शामिल है। जबकि एक अन्य आरोपी बसंत उरांव अब भी फरार है। पुलिस बसंत की गिरफ्तारी को लेकर अपना प्रयास जारी रखे हुए हैं। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिए जाने की संभावना है।
एसपी डॉक्टर एहतेशाम ने बताया कि केला बागान में कृषि वैज्ञानिक व उसके सहयोगी का शव बरामद करते हुए पुलिस ने घाघरा थाना में FIR दर्ज किया गया था। इसके बाद मामले को गंभीरता से लेते उनके निर्देश पर SDPO मनीष चंद्र लाल के नेतृत्व में अनुसंधान एवं छापेमारी टीम का गठन किया गया। जांच के दौरान टीम को एक अहम पुख्ता सबूत मिला।
टीम को पता चला कि घटना की रात क्षेत्र का दुर्दात अपराधकर्मी आनन्द तिग्गा उर्फ आनन्द उरांव अपने सहयोगी अर्पण उरांव उर्फ मैनेजर उर्फ तेतरु उरांव, बसंत उरांव और आकाश उरांव के साथ घटनास्थल के आस पास देखा गया था। वह कृषि वैज्ञानिक लोकेश के साथ साथ खड़ा था। इसके बाद टीम ने 29 अगस्त को सेन्हा थाना क्षेत्र से आनंद व उसके सहयोगियों के पीछा करते हुए घाघरा थाना क्षेत्र के नाथपुर जंगल पहुंची। इसके बाद कांड के अभियुक्तों आनन्द तिग्गा, अर्पण उरांव उर्फ मैनेजर उर्फ तेतरु उरांव व आकाश उरांव को गिरफ्तार कर लिया।