रांची : हड़ताल पर गए राज्यभर के डॉक्टरों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है. आइएमए के सचिव डॉ प्रदीप सिंह ने बताया कि डॉक्टरों की मांग मान ली गई है. इसलिए सभी डॉक्टरों से अपने काम पर लौटने की अपील की है. इसके बाद से हॉस्पिटलों के ओपीडी में मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि कर दी है. उन्होंने कहा कि सुबह 6 बजे से ही डॉक्टर हड़ताल पर थे. केवल इमरजेंसी में मरीजों का इलाज किया जा रहा था. साथ ही बताया कि मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट द्वारा F.I.R दर्ज की गई है जबकि इससे पहले केवल डॉ कमलेश के द्वारा एफआईआर दर्ज कराया गया था. वहीं मेडिकल कॉलेज कैंपस में पुलिस पिकेट बनाए जाने पर भी सहमति बन गई है.
उन्होंने डॉक्टरों को भरोसा दिलाया कि मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू किए जाने के लिए यथासंभव प्रयास जारी रहेगा. इसके लिए भी एक और आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हमें आशा है कि मुख्यमंत्री महोदय और स्वास्थ्य मंत्री अगले विधानसभा सत्र में ही मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को पारित कराएंगे.
लोगों से डॉक्टरों का सहयोग करने की अपील
जमशेदपुर : एमजीएम के डॉक्टरों ने चौथे दिन अपना आंदोलन समाप्त कर दिया. डॉक्टरों ने डॉ कमलेश पर जानलेवा हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी और एमजीएम अस्पताल में पुलिस पिकेट बनाए जाने के लिखित आश्वासन के बाद काम पर वापस लौटने की घोषणा की है. आईएमए सचिव डॉ सौरभ चौधरी ने मरीजों को हुई परेशानी पर दुःख जताते हुए लोगों से भविष्य में डॉक्टर के साथ ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसकी अपील की. उन्होंने कहा कि डॉक्टर भगवान नहीं होते हैं. एमजीएम अस्पताल में पहले की तुलना में अब बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है. ज्यादातर मरीज यहां से ठीक होकर जा रहे हैं. एकाध मरीज के साथ अनहोनी की घटना घट रही है. ऐसे में डॉक्टर के साथ बदसलूकी या मारपीट जैसी घटना निंदनीय है.