Patna : पटना जिले के बिहटा स्थित ESIC अस्पताल में इंटर्नशिप कर रहे 108 डॉक्टरों ने आज (गुरुवार) सुबह अस्पताल के गेट पर विरोध प्रदर्शन कर रहे है. डॉक्टरों का कहना है कि पिछले आठ महीने से स्टाइपेंड नहीं मिला है, और इस दौरान उन्होंने अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाई और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री तक अपनी शिकायत पहुंचाई, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल सका है.
इंटर्न डॉक्टरों में से मोनिका सिंह ने बताया कि अस्पताल के डीन का कहना है कि सभी दस्तावेज दिल्ली भेज दिए गए हैं, लेकिन अभी तक मंजूरी नहीं मिली है. वहीं, उन्होंने बताया कि देश के अन्य ESIC अस्पतालों में इंटर्न डॉक्टरों को सभी सुविधाएं मिल रही हैं, लेकिन बिहटा ESIC अस्पताल में कोई सुनवाई नहीं हो रही. अब इंटर्न डॉक्टरों ने इस मामले को लेकर कोर्ट जाने की तैयारी कर ली है.
इससे पहले, कॉलेज निरीक्षण के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के सामने भी यह मुद्दा उठाया गया था. वहीं, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. विनय कुमार विश्वास ने कहा कि मंत्रालय तक डॉक्टरों की मांगें पहुंचा दी गई हैं और ESIC अस्पताल एवं नेशनल मेडिकल काउंसिल के नियमों का पूरी तरह पालन किया जा रहा है. डॉ. विश्वास ने यह भी कहा कि दिल्ली से मंजूरी मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
इस पूरे मामले पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. ज्ञान रंजन ने कहा, “बिहटा ESIC अस्पताल और मेडिकल कॉलेज देश का एक बड़ा सरकारी संस्थान है, जहां इंटर्न डॉक्टरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.” उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य सरकारें बिहार में अच्छे डॉक्टरों को नहीं आने देना चाहतीं, क्योंकि यहां डॉक्टरों को कोई सुविधा नहीं दी जा रही. डॉ. रंजन ने यह भी कहा कि इस मुद्दे को बिहार से लेकर दिल्ली तक उठाया जाएगा और विपक्ष के नेता राहुल गांधी से भी इस संबंध में बात की जाएगी. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में NDA की सरकार होने के बावजूद लोग पलायन कर रहे हैं.
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