भागलपुर : हॉस्पिटल में हथियार लहराने के सवाल पर गाली–गलौज करने वाले सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के विधायक गोपाल मंडल अब बैकफुट पर आ गए हैं. गोपालपुर के विधायक नरेन्द्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल के हथियार का लाइसेंस सस्पेंड होने के बाद उन्हें अपनी रिवॉल्वर जमा करनी पड़ी है. बता दें कि मायागंज अस्पताल में रिवाल्वर लेकर जाने पर डीएम ने पुलिस की जांच के आलोक में लाइसेंस सस्पेंड करने का आदेश दिया था. विधायक ने कहा है कि रिवाल्वर जमा करने की जानकारी उन्होंने प्रशासन को दे दी है.
अब सफाई दे रहे विधायक
विधायक गोपाल मंडल ने बताया कि डीएम के आदेश पर भागलपुर स्थित एक दुकान में उन्होंने हथियार जमा कर दिया है. डीएम के आदेश के खिलाफ वह दशहरा के बाद प्रमंडलीय आयुक्त के यहां अपील करेंगे. विधायक ने कहा कि रिवाल्वर का उन्होंने दुरुपयोग नहीं किया था. उस दिन बेल्ट नहीं था. पायजामा में रिवाल्वर रखने पर गिरने के चलते हाथ में हथियार को नीचे रखते हुए ले गये थे. इस दौरान किसी को धमकी या डराने की कोई बात नहीं हुई थी.
रिवॉल्वर लहराने का वायरल हुआ था विडियो
3 अक्टूबर को मायागंज अस्पताल में हाथ में हथियार लेकर चलने का विधायक का वीडियो और फोटो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. उसके बाद एसएसपी के निर्देश पर सिटी डीएसपी ने पूरे मामले की जांच की थी. पुलिस की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद डीएम ने लाइसेंस स्थगित करने का आदेश दिया था.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि मायागंज अस्पताल में अपने एक बीमार रिलेटिव को देखने गोपाल मंडल पहुंचे तो अपना पिस्तौल हाथ में ले लिया. इससे अस्पताल में अजीबोगरीब स्थिति बन गई. इसके बाद 6 अक्टूबर को पटना जदयू कार्यालय पहुंचे गोपाल मंडल से मीडिया ने खुलेआम पिस्टल लहराने पर सवाल किया तो वे भड़क गए. वे गाली देने लगे और कहा कि अभी भी है दिखाएं क्या. ज्यादा सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि कौन रोक लेगा मुझे, तुम लोग मेरे बाप हो. मेरे पास है तो लहरा रहे हैं. हालांकि, उन्होंने बाद में अपनी गलतबयानी के लिए माफी भी मांगी थी. अब उन्हें डीएम के आदेश पर अपना वही रिवॉल्वर जमा करना पड़ा है.