रांची : लोकसभा चुनाव 2024 के झारखंड में होने वाले पांचवें, छठे एवं सातवें चरण के मतदान की व्यापक तैयारी सुनिश्चित करने से मतदान बेहतर होगा. वहीं मतदान दिवस को ध्यान में रखते हुए निर्वाचन प्रबंधन की सुदृढ़ व्यवस्था से मतदान प्रतिशत में इजाफा होगा. बेहतर मतदान के लिए चुनाव कार्य से जुड़े सभी लोग समेकित प्रयास करें. शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रीय औसत से कम मतदान वाले मतदान केन्द्रों पर फोकस करते हुए सुदृढ़ माइक्रो प्लान शीघ्र तैयार करें. दिव्यांग एवं शारीरिक रूप से अक्षम मतदाताओं को उनके घर से मतदान केंद्र तक लाने एवं ले जाने के लिए क्षेत्र, गली-मोहल्ला स्तर पर कर्मियों की टैगिंग करें, ताकि मतदाता सुगम तरीके से मतदान केंद्र पर पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें. यह बातें मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, झारखंड के. रवि कुमार ने कही. वह बुधवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से चौथे चरण में संपन्न मतदान एवं आगामी चरण के चुनाव की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे. वहीं मतदान संपन्न हो चुके जिलों में एंड सर्वे कराने का निर्देश दिया.
मतदान के दिन मतदाताओं को जागरूक करें
उन्होंने कहा कि पांचवें, छठे एवं सातवें चरण के मतदान के लिए मनरेगा मेट, पारा कर्मी, जेएसएलपीएस के सक्रिय सदस्य, सखी मंडल की दीदी आदि कर्मियों को मतदान केन्द्र वाले क्षेत्र/गांव एवं गली-मोहल्ला से टैग करें. मतदाताओं को मतदान दिवस के दिन भी मतदान के लिए जागरूक करते हुए उन्हें घर से मतदान केन्द्रों पर जाने के लिए प्रेरित किए जाने का निदेश दिया. उन्होंने मतदान केन्द्रों से टैग वाहनों से दूर निवास करने वाले मतदाताओं को मतदान केंद्र तक पहुंचाने की दिशा में कार्य करने का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि वैसे मतदाता, जो मतदान केंद्र पर नहीं पहुंचें हों, उन्हें बीएलओ हेल्प डेस्क के माध्यम से फोन कराकर मतदान करने की अपील कराएं. शहरी क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी के लिए अर्बन लोकल बॉडीज के साथ बैठक कर मतदान के लिए मतदाताओं को प्रेरित करवाने का प्रयास कराने पर बल दिया.
आयोग करेगा मतदाताओं को जागरूक
उन्होंने कहा कि राजनैतिक दलों के लिए प्रचार अवधि समाप्त होने के बाद भी निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाताओं को जागरूक करने के उद्देश्य से माइकिंग कराई जा सकती है. साइलेंस अवधि में वोट देने की अपील को प्रचारित कराना सकारात्मक साबित होगा. उन्होंने कहा कि जिन मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की संख्या अधिक है, वहां रिज़र्व ड्यूटी वाले चुनाव कर्मी को सहयोग हेतु लगाया जा सकता है, ताकि मतदान प्रक्रिया में गति लाई जा सके. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मतदान संपन्न हो चुके जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी को रेंडमली मतदान केन्द्र के क्षेत्रों मेंं एंड सर्वे कराकर प्रतिवेदन तैयार करते हुए दो दिनों में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया.
बैठक में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के साथ अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नेहा अरोड़ा सहित निर्वाचन कार्यालय के वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे.
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