हज़ारीबाग: गिद्दी थाना क्षेत्र में बीते दिनों हुई दीपक सिंह की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. पैसे के लेनदेन में हुए विवाद के बाद दीपक सिंह की हत्या की साज़िश रची गयी. इस काण्ड के लिए जेल में बंद मिलन तुरी ने गिद्दी के उर्मिक करमाली से फ़ोन के जरिये संपर्क कर संतोष कुमार से बात कराने को कहा. उर्मिक ने संतोष की मिलन से बात कार्रवाई जिसमे दीपक की हत्या की सुपारी दी गयी. 25,000 में हत्या की बात तय हुयी. उर्मिक करमाली और संतोष कुमा पहला इन्सटॉलमेंट 17,000 फ़ोन पे के जरिये दिया गया.
इन्सटॉलमेंट मिलने के बाद दीपक की हत्या 4 दिसंबर की रात को कर दी गयी थी. ज्ञात हो की हत्या के बाद बहुत शोर शराबा हुवा था. पुलिस कप्तान अरविन्द कुमार सिंह के निर्देश पर बड़कागांव एसडीपीओ और पुलिस इंस्पेक्टर ने अपराधियो की धर पकड़ के लिए एक टीम का गठन किया. पुलिस ने इस दौरान हत्या के आरोप में दो युवको को गिरफ्तार किया. सख्ती से पूछताछ करने पर एक ने अपना नाम संतोष कुमार, करियात्पुर बरही का रहने वाला बताया जबकि दूसरे ने अपना नाम उर्मिक करमाली गिद्दी निवासी बताया. दोनों ने हत्या में अपनी सलिप्तता भी स्वीकार की और हत्या में इस्तेमाल किये गए हथियार की जानकारी भी दे दी. पुलिस ने संतोष के पास से 16,300 रुपये की बरामदगी की है. पुलिस इनके पास से फ़ोन पे द्वारा किया गया भुगतान वाला मोबाइल बरामद किया है. जिस पिस्तौल से गोली मारी गयी वो पिस्तौल भी बरामद कर लिया गया है.
क्या था मामला
ज्ञात हो की गिद्दी पुलिस ने 6 तारीख को दोपहर में साधु कुटिया मंदिर के पास दीपक सिंह नामक का शव बरामद किया था. युवक के पीठ में दो जख्म पाया गया था. घटना स्थल के पास खून का निशान और गोली का चार खोखा पाया गया था. पुलिस ने शव की पहचान रेलीगढ़ा दो तल्ला निवासी महिला उमा देवी ने उसके पुत्र दीपक सिंह के रुप में किया था. उमा देवी पुलिस को बताया था की बुधवार 4 दिसंबर को लगभग 3 बजे एक युवक उसके पुत्र को उसके घर से बुला कर ले गया था. इसके बाद वह रात में घर वापस नहीं आया. बाद में उसकी हत्या की जानकारी हुयी.