बोकारो: बोकारो स्टील प्रबंधन से अपनी जमीन देकर कनारी मौजा के विस्थापितों ने बोकारो स्टील प्लांट के एक गेट को जाम कर आर पार की लड़ाई का बिगुल फूंक दिया है. स्टील प्रबंधन से दो दो हाथ करने को तैयार हैं. झारखंड आंदोलनकारी युवा मोर्चा के बैनर तले 20 दिनों से कनारी मौजा के विस्थापित जमीन के मुआवजा, नियोजन की मांग को लेकर प्लांट के टीसी केनाल गेट को जाम कर आंदोलन कर रहे है. विस्थापितों की माने तो बोकारो स्टील प्लांट को 2728 एकड़ जमीन बोकारो स्टील प्रबंधन ने जमीन अधिग्रहण किया. लेकिन 1030 एकड़ जमीन का ना अबतक मुआवजा मिला ना ही नियोजन हुआ. बोकारो स्टील प्रबंधन,चास एसडीओ और रैयतों के बीच कई बार वार्ता हुई लेकिन कई वर्ष बीत गए. इस मामले को लेकर रैयत झारखंड हाई कोर्ट में भी अपनी गुहार लगा चुके हैं. जिसमें कोर्ट ने बोकारो प्रबंधन को यह आदेश दिया था कि कनारी मौजा के 1030 एकड़ जमीन उन्हें वापस कर दिया जाए. लेकिन सेल प्रबंधन ने अब तक जमीन न वापस किया ना ही मुआवजा दिया. अब अपनी जमीन देने के बाद विस्थापित सेल प्रबंधन से अपनी जमीन या मुआवजा की मांग कर अनिश्चितकालीन आंदोलन पर बैठ गए हैं. विस्थापित स्टील प्रबंधन पे वादा खिलाफी का भी आरोप लगा रहे हैं. विस्थापितों ने यह चेतावनी दी है कि इस बार वह मर जायेंगे लेकिन अपना हक लेकर रहेंगे. रैयत यह भी मानते है कि बोकारो जिला प्रशासन के द्वारा कई बार स्टील प्रबंधन से रैयतों के बीच वार्ता कराई गई लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकला है. विस्थापित 2 सितंबर को डीसी आवास का घेराव करेंगे.

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