JoharLive Desk
रामगढ़ । हजारीबाग जिले के उरीमारी में रविवार की दिनदहाड़े विस्थापित नेता गहन टुडू की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले की पुष्टि उरीमारी थाना प्रभारी इसरार अहमद ने की है।उन्होंने बताया कि जर्जरा गांव निवासी गहन टुडू अपने गांव के ही पहाड़ी मंदिर के पास खड़े होकर कुछ लोगों से बात कर रहे थे। इसी दौरान बाइक पर सवार दो अपराधी वहां पर पहुंचे और उन्होंने गहन टुडू पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। अपराधियों ने कुल 4 गोली मारी जिसमें एक गोली गहन टुडू के गर्दन में लगी। थाना प्रभारी ने बताया कि ग्रामीणों के सहयोग से तत्काल उन्हें इलाज के लिए रांची स्थित मेदांता अस्पताल में ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद उरीमारी क्षेत्र में तनाव का माहौल है। विस्थापित नेता की हत्या के बाद उरीमारी परियोजना में काम कर रहे मजदूरों ने विरोध प्रदर्शन भी किया।
झारखंड मुक्ति मोर्चा से भी जुड़े हुए थे गहन उरीमारी में विस्थापित संघर्ष मोर्चा को दिशा देने वाले गहन झारखंड मुक्ति मोर्चा के भी नेता थे। पूरे इलाके में कहीं भी मजदूरों और विस्थापित ग्रामीणों को समस्या होती तो सबसे पहले लड़ाई लड़ने गहन टुडू ही आते थे।
पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा गहन टुडू की हत्या के बाद उरीमारी पुलिस ने पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। हर चौक-चौराहे पर वाहनों की जांच की जा रही है। साथ ही अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने विशेष अभियान शुरू कर दिया है। थाना प्रभारी इसरार अहमद ने बताया कि पूरे इलाके को शांत करने के लिए अतिरिक्त पुलिस फोर्स भी बुलाई जा रही है।
हजारीबाग जिले का उरीमारी इलाका रविवार शाम को पूरी तरह से जाम हो गया है। विस्थापित नेता गहन टुडू की लाश जैसे ही उरीमारी पहुंची, लोगों का गुस्सा उबल पड़ा। आक्रोशित लोगों ने कई जगहों पर आगजनी की। ग्रामीणों ने यातायात को पूरी तरह ठप कर दिया।इस प्रकरण में प्रशासन की लापरवाही बताते हुए गहन टुडू के परिजन भी सड़कों पर उतर आए। परिजनों के साथ स्थानीय लोगों ने हजारीबाग, बड़कागांव और रामगढ़ सड़क को जाम कर दिया। गहन टुडू के परिजनों का कहना है कि इस इलाके में अपराधियों का एक गैंग पिछले कई सालों से सक्रिय है। वही गैंग यहां विस्थापित नेताओं को चिन्हित कर गोली मार रहा है। जब भी पुलिस उसे गिरफ्तार करती है, वह जमानत पर जल्द ही रिहा हो जाता है। इसके बाद वह सीधे तौर पर हत्या की रणनीति बना लेता है। गहन टूडू की हत्या के पीछे उरीमारी प्रशासन की लापरवाही ही है। गहन टुडू की पत्नी ने कहा कि घटना के लगभग 4 घंटे बाद भी प्रशासन उनके पास नहीं पहुंची। इससे ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि अपराधियों को स्थानीय पुलिस का ही संरक्षण प्राप्त है। अगर 24 घंटे में ठाकुर नामक अपराधी नहीं पकड़ा गया तो पूरे कोयलांचल का चक्का जाम कर दिया जाएगा। घटना के बाद गहन टुडू के आवास पर विस्थापित और मजदूर नेताओं का तांता लग गया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव फागु बेसरा भी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। उन्होंने भी गहन टुडू के परिजनों की बातों का समर्थन किया है। उन्होंने स्थानीय पुलिस प्रशासन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है। उरीमारी के लोग जिस जगह पर प्रदर्शन कर रहे हैं वहां रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार, पतरातू एसडीपीओ प्रकाश चंद्र महतो, पतरातू सर्किल इंस्पेक्टर विद्याशंकर ने भी कैंप किया है। इसके अलावा बड़कागांव डीएसपी अनिल सिंह, उरीमारी थाना प्रभारी इसरार अहमद पूरे दलबल के साथ मौजूद हैं।