बोकारो : बोकारो पुलिस ने अवैध शराब कारोबारी के सहयोगी ओम प्रकाश हत्या मामले का खुलासा कर दिया है. घटनास्थल से मिली चाय की प्याली की मदद से पूरे कांड की सच्चाई सामने आई है. पुलिस ने हत्याकांड में शामिल तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है. सभी ने अपना जुर्म भी कबूल किया है. वहीं, हत्या में शामिल एक अभियुक्त अभी फरार चल रहा है. अवैध शराब के कारोबार को लेकर वर्चस्व की लड़ाई में वारदात को अंजाम दिया गया था.
बता दें कि 15 जनवरी को शराब कारोबारी ओम प्रकाश गोसाई की गला रेतकर व चाकू घोपकर हत्या कर दी गई थी. 16 जनवरी को हरला थाना क्षेत्र के पचौरा इलाके में झाड़ी से उसका शव बरामद हुआ था. वह अवैध शराब कारोबारी छोटू मोदी के लिए काम किया करता था. उसका पूरा धंधा वही संभालता था. छोटू का अवैध शराब कारोबारी संतोष मुर्मू के साथ वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी. पुलिस की मुखबिरी कर दोनों एक दूसरे को जेल भिजवा चुके थे और लाखों की शराब भी जब्त करवा दी थी. इसी खुन्नस में संतोष ने सुंदर अली उर्फ सफी अहमद और अर्जुन राम उर्फ अर्जुन बांसफोर व एक अन्य के साथ मिलकर छोटू के सहयोगी ओम प्रकाश की हत्या कर दी.
चाय की प्याली से हुआ हत्याकांड का खुलासा
सीटी डीएसपी कुलदीप कुमार ने बताया कि कांड में शामिल संतोष मुर्मू, सुंदर अली उर्फ सफी अहमद और अर्जुन राम उर्फ अर्जुन बांसफोर को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, एक अभियुक्त फरार चल रहा है. उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. अवैध शराब के कारोबार में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर हत्याकांड को अंजाम दिया गया है. पूरे मामले का खुलास शव के पास मिली चाय की प्याली से हुई है. शव बरामद होने की सूचना पर हरला थाना प्रभारी संतोष कुमार मौके पर पहुंचे तो उन्हें शव के आसपास चाय की कुछ प्याली दिखी थी.
चाय पिलाकर कर दी हत्या
वहां पास में मौजूद चाय दुकानों में पूछताछ करने पर पता चला कि बीती शाम कुछ लोग पोलिथिन में चाय लेकर गया था. दुकानदार उन्हें पहले से पहचानते थे. दुकानदार की निशानदाही पर तीनों की गिरफ्तारी कर पूछताछ की गई. मामले की सच्चाई सामने आ गई. बदमाशों ने ओम प्रकाश के साथ पहले चाय पी और मौका मिलते ही हथियार से वार कर उसकी हत्या कर दी.