Joharlive Team

रांची। झारखंड पुलिस पर नया दाग लगा है। आतंकी गतिविधियों पर नज़र रखने वाली एन्टी टेरेरिस्ट स्क्वायड(एटीएस) इस बार जमीन कारोबारी व कई मामलों के आरोपी दिलावर खान के रचे प्रपंच में फंस गई। दिलावर कांग्रेस का कार्यकर्ता रहा है। पहले आरएसएस से जुड़ी संस्था वनवासी कल्याण आश्रम के जिलाध्यक्ष बंशी उरांव की हत्या का आरोप भी दिलावर पर लगा है। 4 मई की शाम एटीएस ने रांची के बूटी मोड़ इलाके में छापेमारी की। एटीएस ने मौके से आदिल अफरीदी और राकेश कुमार सिंह को हथियार के साथ पकड़ने का दावा किया। एटीएस के मुताबिक, सिम्मी आतंकी की मौजूदगी की सूचना पर छापेमारी हुई थी।

कैसे लगा एटीएस के दामन पर दाग
जमीन कारोबारी दिलावर खान की सूचना पर बूटी मोड़ के समीप एक मकान में 4 मई की शाम एटीएस ने छापेमारी कर आदिल अफरीदी और राकेश कुमार सिंह को हथियार के साथ गिरफ्तार किया था। लेकिन 5 मई को रांची पुलिस ने मामले की जांच की और पूरे मामले में सच सामने आया।जांच में यह बात सामने आई थी कि दिलावर खान ने सिम्मी आतंकियों के बूटी मोड़ के समीप ठहरने की सूचना दी थी। सूचना के बाद एटीएस एसपी के द्वारा टीम गठित कर बूटी मोड़ के समीप एक मकान में छापेमारी की गई। मौके पर दिलावर ने पहले ही हथियार प्लांट करवा दिया था। छापेमारी के वक़्त 12 युवक मौके पर मौजूद थे। एटीएस ने सिर्फ दो युवकों को मौके से उठाया। जबकि बाकी युवकों को मौके पर ही छोड़ दिया गया था। थाने लाये जाने के बाद युवकों ने अपने बचाव में जानकारी दी। मकान के समीप लगे सीसीटीवी से पुष्टि हो गयी कि युवकों को फंसाने के लिए दिलावर ने ही हथियार प्लांट करवाये थे।

2016 में जिस जमीन के लिए हत्या हुई, उसे कब्जाने में बाधा बन रहे थे युवक
2016 में बुटी मोड़ में जमीन विवाद में भाजपा नेता बंशी उरांव की हत्या कर दी गयी थी। बंशी उरांव की जमीन कब्जाने के लिए हत्या करवाने का आरोप दिलावर खान पर लगा था। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जेल से छूटने के बाद जमीन हड़पने के लिए दिलावर खान ने साजिश कर बंशी उराँव के बेटे को दुष्कर्म के केस में फंसा कर जेल भिजवा दिया था। जमीन दिलावर खान के नाम लिखवाने के बाद बंशी उरांव के बेटे की रिहाई हुई थी। लेकिन जमीन पर कब्जा लेने में अदिल अफरीदी और राकेश बाधा बन रहे थे। ऐसे में दिलावर ने दोनों को फर्जी मामले में फंसा कर जेल भेजने की साजिश रची, इसके लिए इस बार उसने एटीएस का इस्तेमाल किया। राज्य पुलिस के प्रवक्ता एडीजी मुरारीलाल मीणा कहते हैं कि हथियार बरामदगी और गिरफ्तारी के मामले में एटीएस को गलत सूचना देकर कार्रवाई करायी गयी थी। रांची पुलिस के द्वारा दोनो युवकों को जमानत दी गयी है। रांची एसएसपी पूरे मामले में कार्रवाई कर रहे हैं।

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