Joharlive Desk

लखनऊ । बलिया गोली कांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह पिछले तीन दिनों से फरार चल रहा था। मिली जानकारी के मुताबिक एसटीएफ की टीमों ने बलिया कांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह को लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क के पास से आज सुबह उठा लिया।
धीरेंद्र सिंह के आलावा दो अन्य नामदज आरोपी संतोष यादव और अमरजीत यादव को गिरफ्तार किया गया है। दोनों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। इसके साथ ही मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह के अलावा अभी तक कुल 10 (5 नामजद,5 अन्य) आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। सूचना के मुताबिक ैज्थ् की टीम मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह को बलिया लेकर जाएगी और स्थानीय पुलिस को हैंडओवर करेगी।
सूत्रों के मुताबिक बलिया गोलीकांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह सरेंडर करने की फिराक में था। वह इस बीच यूपी के कई नेताओं और अधिकारियों के संपर्क में था। वकीलों के संपर्क में रहकर सरेंडर करना चाहता था। इसीलिए दो दिन पहले से लखनऊ में था। सरेंडर का पूरा प्लान बन चुका था, लेकिन ऐन मौके पर एसटीएफ ने धर दबोचा।
एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश ने बताया कि धीरेंद्र सिंह और उसके साथियों को आज लखनऊ से गिरफ्तार किया गया। तीनों से एक अज्ञात स्थान पर पूछताछ की जा रही है। धीरेंद्र के साथियों के पास से हथियार भी बरामद किए हैं। घटना के समय इस्तेमाल किए गए हथियारों पर एसटीएफ अधिक जानकारी जुटा रही है।
इससे पहले, बलिया गोलीकांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह को लेकर घोषित इनाम को यूपी पुलिस ने बढ़ाकर 50-50 हजार रुपये कर दिया था। धीरेंद्र सिंह से पहले 8 नामजद और करीब 25 अज्ञात आरोपियों में सिर्फ 7 की गिरफ्तारी हुई थी। लेकिन लखनऊ में रविवार सुबह हुई तीन गिरफ्तारियों के साथ 10 आरोपी अरेस्ट हो चुके हैं।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी। आरोपियों की तलाश में पुलिस की 10 टीमें जुटी हुई थीं। धीरेंद्र सिंह से पहले सिर्फ दो नामजद आरोपियों देवेंद्र प्रताप सिंह और नरेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया जा सका था। ये दोनों मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के भाई हैं। बताया जा रहा है कि फरार मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह सेना का रिटायर्ड जवान है। वह भूतपूर्व सैनिक संगठन की बैरिया तहसील इकाई का अध्यक्ष भी है।

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