धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को उनकी 120वीं पुण्यतिथि पर झारखंड उन्हें याद कर रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया। सीएम ने कहा कि जल, जंगल और जमीन के अधिकार के लिए संघर्ष करने वाले धरती आबा ने देश के लिए अपनी जान दे दी।
उनका समर्पण और बलिदान प्रत्येक भारतीय को प्रेरित करता रहेगा। उनकी जन्मस्थली अड़की प्रखंड अंतर्गत ग्राम उलिहातु के बिरसा ओड़ा में ग्रामीण पारंपरिक रीतिरिवाज से पूजा-अर्चना कर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया। इधर, कोकर स्थित उनके समाधि स्थल पर विभिन्न संगठनों की ओर से श्रद्धांजलि देने का सिलसिला शुरू हो गया। अलग-अलग संगठन और समाज के विभिन्न वर्गों से लोग समाधि स्थल पर पहुंच रहे हैं।
शारीरिक दूरी और मास्क लगा कर भगवान बिरसा की समाधि स्थल पर माल्यार्पण किया जा रहा है। भगवान बिरसा मुंडा मात्र 25 वर्ष की उम्र में देश के लिए शहीद हो गए थे। अंग्रेजों के द्वारा जेल में ही जहर देकर उन्हें मार दिया गया था।
भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए थे। हमें उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। राष्ट्रीय युवा शक्ति की ओर से दीप जलाकर धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धा सुमन अर्पित किया जा रहा है।