रांची : धनतेरस पर रांची के बाजारों में जोरदार खरीदारी देखने को मिली, जिसमें कुल कारोबार 450 करोड़ रुपए से अधिक रहा. फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अनुसार, यह 2023 की तुलना में 30% अधिक है. इस वर्ष रांचीवासियों ने 211 करोड़ रुपए के वाहनों, 160 करोड़ के आभूषण, 14 करोड़ के बर्तन, 40 करोड़ के इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स और 10 करोड़ के होम अप्लायंसेस की खरीदारी की. मेन रोड, अपर बाजार, चर्च रोड, कोकर बाजार, और अन्य प्रमुख बाजारों में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी.
10 करोड़ के बिके इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स
सर्राफा व्यापारी विजय वर्मन के अनुसार, धनतेरस पर जेवर बाजार गुलजार रहा. सोने और चांदी के आभूषणों की खरीदारी के लिए ग्राहकों की लंबी कतारें देखी गईं. इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानों में भी रातभर ग्राहक जुटे रहे, जहां रेफ्रिजरेटर, वाशिंग मशीन, और अन्य होम अप्लायंसेस की बिक्री हुई. इस श्रेणी में करीब 40 करोड़ रुपए के उत्पाद बिके, जो पिछले वर्ष से 25-30% अधिक हैं.
3000 रुपए तक की लक्ष्मी-गणेश मूर्ति
झाड़ू की खरीदारी भी धनतेरस पर शुभ मानी जाती है. इस साल झाड़ू की कीमतें 20% तक बढ़ गईं, फिर भी ग्राहकों ने जमकर खरीदारी की. फूल झाड़ू 70 से 300 रुपए, सीक झाड़ू 80 से 200 रुपए, और घास का झाड़ू 50 से 200 रुपए में बिके. मूर्तियों और पूजन सामग्री की भी मांग रही, जिसमें लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां 60 से 3000 रुपए तक की बिक्री हुई.
बर्तन बाजार में 35% का ज्यादा कारोबार
नए बर्तनों की खरीदारी भी धनतेरस पर एक महत्वपूर्ण परंपरा है. इस बार बर्तन 10% महंगे होने के बावजूद बिक्री में 35% की वृद्धि हुई. स्टील के बर्तनों की सबसे अधिक मांग रही और दुकानदारों ने रात 12 बजे तक बिक्री जारी रखी.
3500 टू व्हीलर व 2600 कारें बिकीं
ऑटोमोबाइल शोरूम में ग्राहकों की भारी भीड़ देखी गई, जहां 3500 दोपहिया और 2600 कारों की डिलीवरी हुई. कांके रोड स्थित मारुति शोरूम में सुबह 6 बजे से ही ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. रांची ऑटोमोबाइल डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष हेमंत जैन ने बताया कि मंगलवार को वाहन बिक्री में अभूतपूर्व वृद्धि हुई. धनतेरस पर रांची में हुई इस भारी खरीदारी ने व्यापारियों को उम्मीदों से भर दिया है और आगामी त्योहारों के लिए एक सकारात्मक संकेत दिया है.
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