Joharlive Team
रांची/धनबाद : जिले के अलकडीहा ओपी प्रभारी ललन प्रसाद के घूस लेने का वीडियो वायरल होने के बाद सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर जिले के डीसी को कार्रवाई करने का आदेश दिया है। उन्होंने धनबाद पुलिस और डीसी को ट्वीट करते हुए भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए सूचित करने का आदेश दिया है। झारखंड पुलिस को ट्वीट करते हुए कहा है कि थानों को धन उगाही का अड्डा न बनने दें, यह वाकई में दुर्भाग्यपूर्ण है कि लगातार ऐसी शिकायतें मुझ तक पहुंच रही है इस मुद्दे को गंभीरता से लें।
अलकडीहा ओपी प्रभारी ललन प्रसाद के वायरल वीडियो में 2 महिलाओं से कुछ रकम ले रहे हैं। दोनों महिलाएं रुपए उन्हें हाथ में देती है, लेकिन वह हाथ में न लेकर उन रुपयों को टेबल पर रख देने की बात कहता है। इस पर दोनों महिलाएं टेबल पर रुपए रख देती है। दोनों महिलाओं से थाना प्रभारी द्वारा कुछ कागजातों पर हस्ताक्षर भी करवाए जाते हैं। जिसके बाद टेबल पर पड़े रुपए वहां मौजूद एक युवक थाना प्रभारी को देता है। इस पर थाना प्रभारी कहते हैं कि दो-दो हजार में हम काम नहीं करते हैं। वहीं युवक कहता है कि यह दो हजार नहीं बल्कि दोनों महिलाओं ने ढाई-ढाई हजार रुपए दिए हैं।
आरसीएमएस के संयुक्त महामंत्री धर्मेंद्र सिंह ने फोन पर हुई बातचीत में बताया कि थाना प्रभारी लगातार इस तरह के काम करते हैं। उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति अगर किसी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने पहुंचते हैं, तो थाना प्रभारी आरोपी के तरफ से भी काउंटर केस करवा कर सुलह कराते हैं। सुलह कराने के एवज में दोनों आरोपी और पीड़ित पक्ष से मोटी रकम की उगाही भी करते हैं। उन्होंने कहा कि यह वीडियो करीब 2 महीने की है।
अलकडीहा ओपी क्षेत्र के बीआर कंपनी के रहने वाले एक महिला ने थाने में एक व्यक्ति के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी। इस पर थाना प्रभारी ने आरोपी को पकड़ कर थाने लाया और आरोपी की पत्नी से पीड़ित महिला के खिलाफ काउंटर केस करवा दिया है। जिसके बाद दोनों पक्षों में परेशान रहने लगे थे। जिसके बाद दोनों के बीच सुलह नामा किया गया और यह उसी सुलहनामे नाम की वीडियो है। जिसमें थाना प्रभारी दोनों महिलाओं से पैसा ले रहे हैं।
इस वीडियो पर सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट करते हुए जिले के उपायुक्त और पुलिस को कार्रवाई करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि तुरंत इन भ्रष्टाचारियों खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए सूचित करें। वहीं झारखंड पुलिस को ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि थानों को उगाही का अड्डा न बनने दें यह वाकई में दुर्भाग्यपूर्ण है कि लगातार ऐसी शिकायतें उस तक पहुंच रही है इस मुद्दे को गंभीरता से लें।