Joharlive Team
धनबाद। जिले के सुदामडीह थाना क्षेत्र के भौंरा में जेएमएम नेता शंकर रवानी और उसकी पत्नी की गला रेत कर हत्या कर दी गई है। दोनों का शव भौंरा के गौरखूंटी स्थित घर में खून से सना मिला है। सूचना मिलने के बाद एसपी सिटी आर रामकुमार, फोरेंसिक विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच पड़ताल की। पुलिस ने मौके से खोखा भी बरामद किया है। जेएमएम नेताओं ने इस हत्या के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है।
शंकर रवानी और उसकी पत्नी बालिका देवी का शव खून से सना आंगन में पड़ा मिला। घर के अंदर बेडरूम में दोनों की हत्या की गई। उसके बाद बाहर आंगन में दोनों को घसीट का लाया गया। फोरेंसिक विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर मामले की जांच कर रही है. मौका ए वारदात से फोरेंसिक विभाग ने हत्या से जुड़ी कई चीजों को जब्त किया है। खून से सने चाकू और तीन खोखे भी पुलिस ने बरामद कर लिए हैं।
जेएमएम नेताओं में इस घटना के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है। नेताओं ने इस घटना के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। जेएमएम नेता मदन राम ने बताया कि कई बार शंकर रवानी ने अपनी जान को खतरा बताते हुए जिला प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई थी, लेकिन प्रशासन ने इनकी बातों को अनसुना कर दिया। जिसके कारण आज यह घटना घटी है. प्रशासन अगर शिकायत पर कार्रवाई करता तो इस तरह की घटना नहीं घटती।
साल 2017 में जेएमएम नेता शंकर रवानी के बेटे कुणाल रावानी की हत्या कर दी गई थी। रेनबो ग्रुप के चेयरमैन धीरेन रवानी की हत्या करने का आरोप कुणाल पर लगाया गया था। इसके बाद ही उग्र भीड़ ने कुणाल की नृशंस हत्या कर दी थी। धीरेन की हत्या के बाद कुणाल की हत्या के कारण दोनों परिवारों के अंदर रंजिश की चिंगारी सुलग रही थी। यह हत्या फिलहाल रंजिश का ही नतीजा बताया जा रहा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है।