Joharlive Team
धनबाद : राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्देश्य लोगों में सद्भाव, भाईचारा और विश्वास पैदा करना तथा त्वरित एवं कम खर्च पर न्याय दिलाना है। लोक अदालत पर लोगों का विश्वास निरंतर बढ़ता जा रहा है। लोगों का अच्छा साथ मिल रहा है। यह बातें प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के चेयरमैन बसंत कुमार गोस्वामी ने नालसा के निर्देश पर वर्ष 2020 के प्रथम राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 का यह पहला महापर्व एवं लोकपर्व है। लोक अदालत में लोगों का अपार विश्वास काबिले तारीफ है। इसकी सफलता के लिए जिला प्रशासन, भारत कोकिंग कोल लिमिटेड, धनबाद बार का भरपूर सहयोग मिला है। लोक अदालत में वादों का निपटारा त्वरित एवं कम खर्च में किया जाता है। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि अब परमानेंट लोक अदालत के माध्यम से गांव, हाट और पंचायतों में भी अधिकारी उपस्थित रहेंगे और मामलों का निष्पादन करेंगे। यह हमारी प्रतिबद्धता है।
- वादों के त्वरित निष्पादन से पक्षकारों को राहत मिलती है, समय तथा ऊर्जा की बचत होती है : उपायुुक्त
इस अवसर पर उपायुुक्त सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के उपाध्यक्ष अमित कुमार ने कहा कि प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के नेतृत्व में विभिन्न विभागों ने सामंजस्य स्थापित कर इसका सफल आयोजन किया है। राष्ट्रीय लोक अदालत में गरीबों को लाभ मिलेगा। लोग जीवन भर मुकदमों में उलझे रहते हैं। लोक अदालत में वादों का त्वरित निष्पादन से पक्षकारों को राहत मिलती है और समय तथा ऊर्जा की बचत होती है। गरीबों को वित्तीय नुकसान से राहत मिलती है। साथ ही सरकार के लिए राजस्व भी जनरेट होता है। सुलह और समझोता के आधार पर वादों का निष्पादन करने का यह एक बेहतरीन प्लेटफार्म है।
- 166 करोड़ का किया गया सेटलमेंट : बीसीसीएल सीएमडी
इस अवसर पर भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक पीएम प्रसाद ने कहा कि लोक अदालत में 32 लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया है तथा 166 करोड़ का सेटलमेंट किया गया है। उन्होंने प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश से जमीन के संबंध में भारत कोकिंग कोल लिमिटेड तथा रैयतों के बीच चल रहे विवाद का भी लोक अदालत के माध्यम से सुलह करने का आग्रह किया। साथ ही कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत सहयोग प्रदान करने का भी आश्वासन दिया।
- पक्षकारों की दूरी होती है कम : कुटुंब न्यायाधीश
कुटुंब न्यायाधीश सत्य प्रकाश ने कहा कि लोक अदालत में दोनों पक्षकारों की दूरी कम होती है। बैंक, सिविल, पारिवारिक व अन्य मामलों का त्वरित निष्पादन होता है। उन्होंने कहा कि प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश का सुलह एवं समझौतों के आधार पर वादों का निपटारा करने पर विशेष फोकस रहता है।
मुकदमों का बोझ होगा कम : कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी ने कहा कि लोगों के हित के लिए लोक अदालत का आयोजन किया जाता है। यहां पर लोग एक पर्व और त्योहार के रूप में उपस्थित हैं। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के मार्गदर्शन पर सभी अधिकारियों ने कई दिनों से मेहनत की है। उन्होंने कहा कि वर्षों से करोड़ों मामले पेंडिंग है। लोक अदालत में इसका शीघ्र निष्पादन हो जाने से मुकदमों का बोझ भी कम होगा। यह गरीबों के लिए एक सुअवसर है और अविस्मरणीय क्षण है।
राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह चेयरमैन जिला विधिक सेवा प्राधिकार बसंत कुमार गोस्वामी, उपायुक्त सह उपाध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार अमित कुमार, कुटुंब न्यायाधीश सत्य प्रकाश, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी एवं डिविजनल जनरल मैनेजर, स्टेट बैंक आॅफ इंडिया के अजय प्रभाकर जोशी ने दीप प्रज्वलित कर किया। राष्ट्रीय लोक अदालत के उद्घाटन समारोह में अवर न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार अरविंद कच्छप, भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के निदेशक (तकनीक) आर एस महापात्रा, सभी न्यायिक पदाधिकारी, बार एसोसिएशन के पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।