धनबाद: बीते शनिवार को बैंक मोड़ में मोटर पार्ट्स व्यवसायी दीपक अग्रवाल को अपराधियो द्वारा गोली मारने समेत इससे पहले भी हुए व्यवसाईयों के दुकान-प्रतिष्ठानों पर हमले और रंगदारी मांगने को लेकर व्यवसायी वर्ग अब आर-पार की लड़ाई के लिए सड़क पर उतर गए हैं. धनबाद में गिरती कानून व्यवस्था  के खिलाफ कल से सभी दुकान प्रतिष्ठान अनिश्चिकालीन बंद की घोषणा की गई है. जिले के सभी 55 चेंबर सहित मारवाड़ी संगठन, ट्रक ओनर्स एसोसिएशन, ड्रग्स एसोसिएशन, पेट्रोलियम एसोसिएशन, जिटा, सहित अन्य संगठन इस अनिश्चिकालीन बंद के या तो पूरे समर्थन में है या नैतिक समर्थन दे रहे हैं.

अपराध पर अंकुश लगाने की मांग

धनबाद जिला चेंबर अध्यक्ष चेतन गोयनका ने कहा कि डेढ़ साल से हम व्यवसाईयों का जीना हराम हो  गया है. लगातार व्यवसाईयों पर हमले हो रहे हैं. इसे लेकर कई बार पुलिस प्रशासन से मिलकर कानून व्यवस्था को ठीक करने, अपराध पर अंकुश लगाने की मांग की गई है. लेकिन आए दिन हमला हो रहा हैं जिसे लेकर अब हमलोग अनिश्चितकालीन व्यवसाय बंद करके की घोषणा की है जिसमें सभी चैंबर और कई व्यवसाय संगठनो का समर्थन है.

डर का माहौल बना हुआ है

वही जीटा के महासचिव राजीव शर्मा ने कहा कि धनबाद में अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है. व्यवसाईयों को लगातार धमकियां दी जा रही है, हमले किए जा रहे हैं ऐसे में सभी में डर का माहौल बना हुआ है. आने वाले समय में दीपावली और छठ भी है. लेकिन जान बचेगी तब न व्यवसाय करेंगे. इसलिए जिला पुलिस राज्य सरकार ऐसे अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए ठोस पहल करें, तबतक अनिश्चितकालीन तक बंद रहेगा.

2 वर्ष से फरार है गैंगस्टर प्रिंस खान

वही पेट्रोलियम एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सिंह ने कहा कि धनबाद में आज तक इस तरह का डर का माहौल पहले कभी नहीं देखा गया. जिस तरह से लगातार हमले हो रहे हैं, गोलियां चल रही है और पुलिस का कोई अंकुश नहीं है. इस कानून व्यवस्था के खिलाफ हम लोग अनिश्चितकालीन बंदी का समर्थन करते हैं और मांग करते हैं कि व्यवसाईयों की सुरक्षा के लिए सरकार सख्त कदम उठाए. बता दे की करीब 2 वर्ष से वासेपुर के गैंगस्टर प्रिंस खान फरार है जो दूसरे देश से अपना गिरोह चला रहा है. अपने गुर्गे के माध्यम से व्यवसाईयों से रंगदारी लिए गोलीबारी कर धमकी दे रहा है. पुलिस ने कई कई बार प्रिंस खान के गुर्गे को पकड़ा है लेकिन घटनाएं कम नही हो रहा है.

ये भी पढ़ें:बेरमो जिला बनाओ संघर्ष समिति की बैठक का आयोजन, अधिवक्ता संघ ने लिया भाग

Share.
Exit mobile version