Joharlive Team
धनबाद। झारखंड में धनबाद शहर के ऑटो चालकों के सोमवार देर रात से हड़ताल पर चले जाने के कारण आज सुबह से शहर की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है।
धनबाद शहर के ऑटो चालक 21 दिसंबर की देर रात से ही हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल से शहर की रफ्तार थम गई है। लोगों को ऑटो के बजाय पैदल चलकर फासला तय करना पड़ रहा है। ऑटो हड़ताल का फायदा धनबाद रेलवे स्टेशन के टैक्सी वालों ने उठाना शुरू कर दिया है। बाहर से आने वाले यात्रियों से दो गुना तक किराया वसूल रहे हैं। धनबाद रेलवे स्टेशन से झरिया का किराया 400 से 500 रुपये की मांग की जा रही है।
कोरोना काल में ऑटो का न्यूनतम किराया बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया गया था। किराया बढ़ने के साथ ही यह भी तय हुआ था कि ऑटो चालक अब सीमित संख्या में ही यात्रियों को ही बिठाएंगे। चालकों ने बढ़ा किराया लेना शुरू कर दिया।पर शारीरिक दूरी का ख्याल रखना भूल गए। इस वजह से जिला प्रशासन ने फिर से पुराना किराया लागू करने की बात कह दी है। पुराना किराया लागू हुआ तो न्यूनतम किराया 10 रुपये की बजाए छह रुपये ही होगा। प्रशासन का यह फैसला ऑटो चालकों को नागवार गुजरा है और उन्होंने अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल की घोषणा कर दी।