रांची। 10 जून को रांची में हुए हिंसक घटना के मामले में कार्रवाई की मॉनिटरिंग अब झारखंड पुलिस के डीजीपी नीरज सिन्हा खुद कर रहे हैं। मंगलवार को डीजीपी रांची डीआईजी कार्यालय पहुंचे और अब तक की पुलिस कार्रवाई की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान डीजीपी ने डीआईजी अनीश गुप्ता को निर्देश दिया है कि फरार चल रहे सभी आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित करें।

उपद्रव के दौरान उपद्रवियों की ओर से 80 गोलियां चलाए जाने की बात सामने आई है. इसका जिक्र पुलिस की ओर से दर्ज एफआईआर में किया गया है. सोमवार को एफएसएल की टीम ने कई जगह से कारतूस जप्त किये हैं। अब यह जांच किया जा रहा है कि वह कारतूस किस तरह के हथियार से चलाए गए थे। एफएसएल की रिपोर्ट आने के बाद जांच की कार्रवाई और आगे बढ़ेगी।

हिंसा मामले मे फरार चल रहे छह नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही छह ऐसे आरोपी भी है जिनका रिम्स अस्पताल में इलाज चल रहा है। रिम्स में भर्ती सभी नामजद आरोपी है। गिरफ्तार आरोपियों में 3 डोरंडा इलाके है और नाम मो. आरिफ, बेलाल अंसारी और मो. अशफाक मंसूर हैं। सुखदेव नगर इलाके के आरोपी मो. अनीश और हटिया इलाके के आरोपी मो दानिश खान शामिल हैं।

अस्पताल मे इलाजरत लोअर बाजार के मो उस्मान, हिंदपीढ़ी के कुर्बान चौक के शाहनवाज, लोअर बाजार के तबारक, लोअर बाजार के ही अफसर आलम, हिंदपीढ़ी इलाके स्थित लॉज में रहने वाले सरफराज आलम और लोअर बाजार थाना क्षेत्र के सविर अंसारी और हिंदपीढ़ी के मो. मास शामिल हैं। इन आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस पुलिस ने बताया कि कई उपद्रवियों की की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की जायेगी।

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