डीजीपी ने की रांची में तीन साल में हुए गंभीर आपराधिक मामलों की समीक्षा
रांची: डीजीपी अजय कुमार सिंह ने पुलिस हेडक्वार्टर पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर रांची में पिछले तीन साल में हुए गंभीर अपराध के मामलों की समीक्षा की. इस दौरान कई मामलों को लेकर डीजीपी ने कड़ी नाराजगी जताई. डीजीपी ने रांची एसएसपी, सिटी एवं ग्रामीण एसपी और ट्रैफिक एसपी को जिला में अपराध नियंत्रण को लेकर निर्देश दिया. कहा कि पूरे जिले में समय और स्थान बदलकर सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाते हुए छोटे-मोटे अपराधों पर नकेल कसें. रांची में लगातार हो रही चेन स्नेचिंग और छिनतई की घटना को लेकर डीजीपी ने नाराजगी जताई. एक्सट्रीम बार में हुए घटना पर नाराजगी जताते हुए डीजीपी ने सभी थाना क्षेत्र में रात 11 बजे के बाद ब्रेथ एनलाइजर से वाहन चालकों को चेक करने और सभी बार में काम करने वाले बाउंसर्स के आपराधिक इतिहास की जांच करने का निर्देश दिया. कहा लापरवाही करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होगी.
ड्रग्स बेचने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश
डीजीपी ने रांची में तीन वर्षों में हुए गंभीर अपराधों की राज्य में हुए गंभीर अपराधों के साथ तुलनात्मक समीक्षा के बाद अधिकारियों को कई निर्देश दिये. उन्होंने नये अपराधियों पर विशेष निगरानी रखने, ड्रग्स नेटवर्क का पता कर उसमें शामिल अपराधियों तक पहुंचकर कड़ी कार्रवाई करने और शिक्षण संस्थाओं के आसपास ड्रग्स बेचनों वालों को चिन्हित करने का निर्देश दिया. डीजीपी ने कहा जमीन विवाद के मामलों में भी रोक लगाने की दिशा में गंभीरता से काम करें.
डीआईजी ने बैठक में रखी रिपोर्ट
बैठक में डीआईजी रांची ने राजधानी में पिछले 3 साल में हुए संवेदनशील अपराध के मामलों को रखा. इसमें हाल के दिनों में हुए बड़े वारदात, विभिन्न थानों में पेंडिंग मामले, रांची में सक्रिय संगठित आपराधिक गैंग और उनके सद्स्यों की गतिविधियों को बैठक में रखा. हत्या, लूट, डकैती, अपहरण और रंगदारी जैसे वारदात को अंजाम देने वाले बड़े अपराधियों पर कार्रवाई के लिए बनी ठोस रणनीति के बारे में भी उन्होंने जानकारी दी.