रांची: राजधानी रांची के पहाड़ी मंदिर का इतिहास काफी पुराना है. आजादी के पहले से ही इस मंदिर में श्रद्धालु पूजा करने पहुंच रहे हैं. पहाड़ी मंदिर में महाशिवरात्रि पर भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक करने के लिए सैकड़ों सीढ़ियां चढ़कर श्रद्धालु बाबा का दर्शन करने मंदिर पहुंच रहे हैं. बोल बम और हर-हर महादेव के जयकारे से पूरा मंदिर परिसर गूंज रहा है. श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर परिसर में जिला प्रशासन, पुलिस बल और कई सामाजिक संगठन के लोग सुरक्षा में तैनात हैं.
इसके अलावा मंदिर परिसर में अनाउंसमेंट के माध्यम से भी लोगों को गाइडलाइन्स के साथ शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की जा रही है, लेकिन लोगों का उत्साह कम होता नहीं नजर आ रहा है. हालांकि मंदिर प्रबंधन एवं रांची जिला प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं के लिए दो रास्ते बनाए गए हैं. एक रास्ता जाने के लिए और दूसरा वापस आने के लिए बनाया गया है. इसके बावजूद श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रण करने में प्रशासन के हाथ पैर फूल रहे हैं. मंदिर प्रबंधन की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भी आने की बात कही गई है.
झारखंड समेत देशभर में महाशिवरात्रि का महपर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है. झारखंड के प्रसिद्ध तीर्थस्थल बाबा बैद्यनाथधाम में भी महाशिवरात्रि पर श्रद्धालु अहले सुबह से ही मंदिर पहुंचकर अपने आराध्य भगवान शिव की पूजा अर्चना कर रहे हैं. महाशिवरात्रि पर पंचग्रही योग से इस बार पर्व का महत्व बढ़ गया है. इस योग में भगवान शिव की पूजा करने से उनका आशीर्वाद मिलेगा.