देवघर। श्रावणी मेला 2023 अपने अंतिम पड़ाव पर अंतिम सोमवारी को लेकर देवघर बाबा धाम बोल बम के उद्घोष से गुंजायमान है। सावन की अंतिम सोमवारी के साथ साथ प्रदोष काल का भी अद्भुत संयोग है।
ऐसी मान्यता है कि सोमवारी और प्रदोष काल का संयोग अति उत्तम होता है। इस दिन व्रत करने और भोलेनाथ को जल अर्पण करने से निसंतानों को संतान की प्राप्ति होती है। सावन की अंतिम सोमवारी को लेकर भीड़ थोड़ी कम नजर आई। फिर भी कांवरियों की कतार बीएड कॉलेज तक पहुंच गई। अहले सुबह सरदारी पूजा संपन्न करने के बाद आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के द्वार करीब 4:00 बजे खोला गया। इसके बाद अरपा के माध्यम से श्रद्धालुओं ने बाबा को जल अर्पण करना शुरू कर दिया। देवघर डीसी विशाल सागर और जिला एसपी लगातार मंदिर और रूट लाइन का निरीक्षण करते दिख रहे। रविवार देर रात 10:00 बजे से ही भक्त कतार में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए।