दुमका। ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि इडी की कार्रवाई के बावजूद सरकार को कोई खतरा नहीं है। हेमंत सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि विकास योजनाओं को धरातल पर उतारने से विपक्ष घबरा गया है। इस कारण ऐसी साजिश की जा रही है। मंत्री ने दुमका में पत्रकारों से बातचीत में हाल के दिनों में लगातार हुई इडी की कार्रवाई पर कहा कि झारखंड सरकार ने सोच लिया है कि जब तक केंद्र में ऐसी सरकार रहेगी, हमें इसी माहौल में काम करते रहना होगा। एक पैर कभी बाहर रहेगा, कभी अंदर।
उन्होंने कहा कि इडी की जो कार्रवाई हो रही है, उससे सरकार को कोई खतरा नहीं है। हां, मेंटल डिप्रेशन होता है। काम की क्षमता प्रभावित होती है, लेकिन जनता ने जो हमें आशीर्वाद दिया है, इसके लिए हमें काम करना है। आलमगीर आलम ने जोर देकर कहा कि उन पर जो टेंडर मैनेज करने के लिए फोन पर बातचीत करने का आरोप लगाया जाता है, यह सरासर बेबुनियाद है। अपने 20 साल के राजनीतिक कैरियर में आज तक किसी को टेंडर संबंधित कार्य को लेकर फोन नहीं किया। मंत्री ने भाजपा के इस्तीफा मांगे जाने के सवाल पर कहा कि मुझे न्यायालय पर पूरा भरोसा है।
हमने कोई गलत काम नहीं किया। अगर कोई आरोप लगा देता है, तो उससे यह साबित नहीं हो जाता कि हमने गलती की है। उन्होंने कहा कि अगर हमारे ऊपर लगे आरोप साबित हो जाते हैं तब उस वक्त तय करेंगे कि हमें क्या करना है। इससे पूर्व आलम ने दुमका के गांधी मैदान में 10 दिवसीय राज्यस्तरीय सरस मेला का उद्घाटन किया। मेले में महिलाओं द्वारा उत्पादित सामग्रियों के 150 से अधिक स्टॉल लगाये गए हैं। देश के कई दूसरे राज्य के भी स्टॉलों को इस सरस मेले में जगह दी गयी है। इस मौके पर मंत्री बादल पत्रलेख, दुमका विधायक बसंत सोरेन, डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल, डीसी रविशंकर शुक्ला, एसपी अंबर लकड़ा, जिप अध्यक्ष जॉयस बेसरा एवं उपाध्यक्ष सुधीर मंडल मौजूद थे।