रांची। देवघर जिला के इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह निलंबन मुक्त हो गए है। कार्मिक विभाग ने इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी है। राज्य पुलिस स्थापना पर्षद द्वारा दिए गए आलोक में विचोपरांत इन्हें देवघर जिला बल से गढ़वा जिला बल में तबादला किया गया है। इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह पिछले 5 माह से निलंबन की अवधि में चल रहे थे। दुमका डीआईजी ने उनके खिलाफ यह कार्रवाई की थी। डीआईजी ने यह कार्रवाई पंजाब नेशनल बैंक के गार्ड के साथ हुए हाथापाई मामले का वीडियो वायरल होने के बाद की थी। उस वक़्त यह मामला तूल पकड़ा था।
इस संबंध में शुक्रवार को डीजीपी द्वारा आदेश जारी किया गया है। इसके साथ ही रतन कुमार सिंह का ट्रांसफर गढ़वा कर दिया गया है। वहीं उनके उपर चल रहे प्रोसिडिंग पर अब अंतिम निर्णय कोलहान के डीआइजी अजय लिंडा लेंगे। पहले ये मामला संताल परगना के डीआइजी के अंडर में था।
बताया जाता है कि पुलिस एसोसिएशन की केन्द्रीय कमेटी के सदस्यों ने डीजीपी से मिलकर मामले को उनके समक्ष रखा था। वहीं मामले में न्याय दिलाने की मांग की थी। निलंबनमुक्त करने के साथ ही उनके तबादला की भी मांग की गई थी। बताया जाता है कि डीजीपी ने सभी तथ्यों पर गौर करने के बाद अपना निर्णय लिया है।
जानकारी हो कि दो जनवरी को बैंक जांच के क्रम में गार्ड के साथ हाथापाई किए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद संताल परगना डीआइजी ने रतन कुमार सिंह को तीन जनवरी को निलंबित कर दिया था। निलंबन के करीब पांच माह बाद रतन कुमार सिंह निलंबनमुक्त हुए हैं। इस घटना को लेकर उनके खिलाफ विभागीय प्रोसिडिंग अभी चल रहा है।