Joharlive Team

देवघर/रांची। कोरोना महामारी को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा है। महामारी को लेकर देवघर जिले के बाबा वैद्यनाथ धाम मंदिर में सन्नाटा पसरा हुआ हैं। जिला प्रशासन की ओर से लॉक डाउन के मद्देनजर देवघर वैद्यनाथ धाम मंदिर को सिर्फ पुजारियों के लिए 1 घंटे सुबह और 1 घंटे शाम दैनिक पूजा के लिए खोलने की अनुमति दी है।

बाहरी और स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए मंदिर बंद कर दिए गया हैं। इन सबों के बीच एक महीने से बाबा धाम मंदिर से जुड़े तमाम व्यवसाय मानो थम से गए हैं। बाबा भोलेनाथ के दरबार में अपने यजमान के दक्षिणा से अपना गुजारा करने वाले पुरोहित आज रोटी संकट से जूझ रहे हैं।

इज्जत और प्रतिष्ठा से पूजा पाठ करने वाले यह पुजारी आज आर्थिक तंगी के शिकार हैं। हालांकि पुरोहितों का संगठन पंडा धर्म रक्षणि सभा ने इन्हें फौरी राहत देने में लगा है। लेकिन यह भी नाकाफी साबित हो रहा है। देवघर डीसी ने पहल करते हुए पुजारियों की सुध ली है ।

पुरोहित समाज के संगठन पंडा धर्म रक्षणि और मंदिर प्रबंधन के बीच बैठक हुई । सभी वस्तु स्थिति के बारे में जायजा लिया गया और उसके बाद डीसी देवघर नैंसी सहाय ने कहा है कि वाकई पुरोहितों की माली हालत काफी खराब है। ऐसे में इन्हें राहत देने के लिए एक सूची तैयार की गई है। जिसके तहत पांच हजार परिवारों को राहत देने के लिए राहत पैकेज की तैयारी चल रही है।

इस खबर के बाद पुजारी समाज में भी आशा जगी है। मालूम हो कि पुजारी समाज के महामंत्री और अध्यक्ष लगातार पुजारियों के लिए राहत पैकेज की मांग कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि बाबा मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में एक है। यहां हर रोज वैदिक मंत्र गूंजा करती थी। जिस शिवलिंग के दर्शन के लिए भक्त 24 घंटे तक कतार में खड़े रह जाते थे। आज वहां सन्नाटा हैं।

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