मानवता को शर्मसार करने वाला मामला देवघर के नगर थाना क्षेत्र के बाजला चौंक इलाके से सामने आया है। यहां भीड़ ने मोबाइल चोरी के आरोप में नाबालिग बच्चे को बांस के पोल में बांध दिया। घटना रविवार सुबह की है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, मोबाइल चोरी के आरोप में नाबालिग का आधा कपड़ा खोल कर बांस में बांध दिया गया। हैरानी की बात यह है कि लोगों ने चोरी की वारदात की रिपोर्ट पुलिस को देने के बजाय खुद न्याय करने का तालिबानी फरमान सुना दिया। सवाल यह है कि इन लोगों को इस तुगलकी फरमान और भीड़ तंत्र को सजा सुनाने का अधिकार किसने दिया है? क्या हमारा संविधान और समाज इस तरह से फैसले लेकर कार्रवाई करने की इजाज़त देता है?