देवघर: देवघर विधानसभा के भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सह स्थानीय विधायक नारायण दास की गाड़ी का पीछा कर कुछ लोगों ने रोका और उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। साथ ही उन्हें जान मारने की धमकी भी दी. घटना अपर बिलासी के रामपुर मोड़ पर मंगलवार देर रात की है. मामले में नारायण दास ने नगर थाने में घटना की लिखित शिकायत देकर मोहनपुर प्रखंड के प्रमुख पति रंजीत यादव समेत अन्य पर धमकी देने का आरोप लगाया है.
मोहनपुर से लेकर देवघर तक विधायक का किया पीछा
नारायण दास ने बताया कि मंगलवार रात को मोहनपुर हो कर जोगिया गांव जा रहा था. अचानक मेरी नजर पड़ी की एक इनोवा और बोलेरो गाड़ी पड़ी. दोनों ही गाड़ी मेरी गाड़ी का लगातार पीछा कर रही थी. यह देख मैंने अपने वाहन चालक को देवघर चलने को कहा, तभी देखा कि दोनों उक्त वाहन के द्वारा फिर भी पीछा किया जा रहा है. तब मैंने अपने चालक को कहा की जहाँ रोशनी और आदमी हो, वहां गाड़ी को रोकना. तब मेरे वाहन चालक ने बायपास रोड, अपर बिलासी, केनरा बैंक के समीप गाड़ी को रोका. मेरी गाड़ी का पीछा कर रहे दोनो वाहन भी वहीं आकर रुका. गाड़ी में राजद प्रत्याशी सुरेश पासवान के प्रस्तावक प्रमोद यादव का बड़ा भाई राजेश यादव और मोहनपुर प्रखण्ड प्रमुख के पति रंजीत यादव अपने कुछ साथियों के साथ गाड़ी में बैठे हुए थे.
घटनास्थल के पास लगे कैमरे में पूरी वारदात हुई कैद
हमने जब पूछा कि तुमलोग मेरा पीछा क्यों कर रहे हो. तभी राजेश यादव और रंजीत यादव गुस्से से आग बबूला होते हुए, मेरे साथ गाली- गलौच करने लगा. साथ ही मेरे साथ दुव्यर्वहार किया. तब तक कुछ आसपास के लोग भी वहां हो-हल्ला सुन कर आ गए. स्थानीय लोगो के भीड़ को आते देख राजेश यादव और रंजीत यादव अपनी गाडी से फरार हो गए. जिस तरह से इन दोनों के द्वारा मेरा पीछा किया जा रहा था और मेरे साथ गाली गलौच और दुव्यर्वहार किया गया. इससे प्रतीत हो रहा है कि दोनों लोग अपने असमाजिक तत्वों के साथ मेरे साथ कुछ अप्रिय घटना को अंजाम देने के फिराक में थे. मेरी हत्या तक करवा सकते हैं.
मेरी हत्या भी कर सकते है असामाजिक तत्व : नारायण
नारायण दास का कहना है कि घटनास्थल केनरा बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे में पूरी वारदात कैद हुई है. पुलिस उसका फुटेज निकाल कर मामले की जांच करें और आरोपियों को गिरफ्तार करें. इसके बाद नारायण दास में पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा को फोन कर मामले की जानकारी दी. लेकिन एक घंटा बाद भी मौके पर पुलिस नहीं पहुंची. पुलिस मामले की 96 में जुट गई है.