लोकसभा चुनाव की समीक्षा बैठक में भिड़े निशिकांत और नारायण दास के समर्थक
देवघर : देवघर के भाजपा विधायक नारायण दास ने आरोप लगाया है कि गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के गुंडों ने उनके साथ मारपीट की और गंदी-गंदी गालियां दी. विधायक ने कहा कि देवघर में गोड्डा लोकसभा के चुनाव की समीक्षा बैठक आयोजित थी. इसमें भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू और उपाध्यक्ष बालमुकुंद सहाय आये थे. बैठक में भाजपा के कार्यकर्ता थे, लेकिन निशिकांत दुबे भी भी कुछ गुंडे बैठक में घुस आये थे. विधायक ने कहा कि रायशुमारी के दौरान निशिकांत के गुंडों ने गाली-गलौच और मारपीट शुरू कर दी.
लोकसभा चुनाव के दौरान मंच से अहंकारी विधायक कहा था
नारायण दास ने कहा कि जब 2009 में भाजपा ने निशिकांत दुबे को गोड्डा से प्रत्याशी बनाया था तब उन्होंने उनको जिताने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी, लेकिन सांसद उनसे कुछ दिनों से चिढ़े हुए हैं. दास ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान मोहनपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान वे और सांसद एक मंच पर थे. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मोहनपुर राजद का गढ़ माना जाता था, लेकिन 2014 में यहां की जनता ने मुझे जिताया. आचार संहिता से पहले मैंने 40 पुल-पुलिया और सड़क बनवाया है. या तो मोहनपुर की जनता ने मुझे या मैंने मोहनपुर की जनता को गोद ले लिया है. विधायक ने कहा कि सांसद इस बाद से चिढ़ गये और आवेश में आकर उन्होंने मंच से ही उन्हें अहंकारी विधायक कहा.
प्रदेश नेतृत्व से निशिकांत पर कार्रवाई करने की मांग
नारायण दास ने कहा कि 2019 के विधानसभा चुनाव में निशिकांत दुबे ने उन्हें चुनाव हरवाने की पूरी कोशिश की. वे कई जगहों पर बोल रहे हैं कि 2024 में नारायण दास को देवघर से टिकट नहीं मिलने जा रहा है. विधायक ने कहा कि सांसद किसी को नहीं पसंद करते. वे गोड्डा विधायक अमित मंडल, महगामा में अशोक भगत, मधुपुर में राज पलिवार को भी सपोर्ट नही करते हैं. विधायक ने कहा कि वे प्रदेश नेतृत्व से मांग करते हैं कि सांसद पर कार्रवाई की जाए.