देवघर। बाबा मंदिर में विवाद हो और सांसद निशिकांत दुबे उस दृश्य में ना हो, ऐसा हो नहीं सकता। चर्चा में रहने में माहिर दुबे इस बार विवादों के केंद्र मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त के बचाव में कूद पड़े है। गुरुवार की सुबह सांसद दुबे ने सोशल मीडिया(ट्वीट) पर एक पोस्ट कर मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त को बलि का बकरा बताया है।
सांसद दुबे के अनुसार, मुख्यमंत्री ने पिछले तीन साल से मंदिर को लेकर एक बैठक नहीं की, इसलिए दोष सरकार का है। हालांकि एक दिन पहले देवघर जिला कांग्रेस कमिटी ने निशिकांत दुबे और रमेश परिहस्त के बीच मधुर संबंध होने का दावा किया था और डीसी को ज्ञापन भी सौंपा था।
इसके दूसरे दिन ही सांसद ने सोशल मीडिया पर मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त का बचाव कर दिया। लेकिन सवाल सिर्फ एक है कि राज्य सरकार और विशेषकर देवघर डीसी के विरुद्ध व्यक्तिगत अभियान चला रहे सांसद दुबे एक महिला जनप्रतिनिधि के साथ हुए दुर्व्यवहार के आरोपी मंदिर प्रबंधक को क्लीन चिट क्यों दे रहे हैं?