देवघर : साइबर थाना की पुलिस ने पंद्रह साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। साइबर थाना की पुलिस ने देवघर जिला के करौं थाना क्षेत्र के नागादरी और भोरनडीहा, पथरौल थाना क्षेत्र के ठेंगाडीह, मधुपुर थाना क्षेत्र के मधुपुर बाजार और भेड़वानावाडीह और देवीपुर थाना क्षेत्र के महुआटांड से पंद्रह साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। शनिवार को इस बाबत आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में पूरे मामले की जानकारी देते हुए साइबर डीएसपी सुमित प्रसाद ने बताया कि इन साइबर अपराधियों के पास से 28 मोबाइल, 42 सिम कार्ड और 1 पासबुक बरामद किया गया है।
गिरफ्तार अपराधियों में 30 वर्षीय नूर आलम, 32 वर्षीय रियासत अंसारी, 19 वर्षीय तबारक अंसारी, 30 वर्षीय इसराइल अंसारी, 21 वर्षीय इकरार अंसारी, 21 वर्षीय फैयाज अंसारी, 25 वर्षीय मुकेश मंडल, 22 वर्षीय प्रीतम दास, 20 वर्षीय गौतम दास, 28 वर्षीय टिकैत दास, 19 वर्षीय शिबू दास, 27 वर्षीय दीपक दास, 25 वर्षीय रोहित रवानी, 21 वर्षीय मिथुन रवानी और 30 वर्षीय पिंटु रवानी का नाम शामिल है।
डीएसपी द्वारा यह जानकारी दी गयी कि गिरफ्तार साइबर अपराधी इसरायल और इकरार, प्रीतम और गौतम, मिथुन और पिंटु सगे भाई हैं। इसके साथ ही डीएसपी ने बताया कि पकड़े गए अपराधी मुकेश मंडल का आपराधिक इतिहास है। वह साइबर थाना में दर्ज एक मामले में जेल जा चुका है। वहीं इसके अलावे डीएसपी ने बताया कि इन साइबर अपराधियों द्वारा साइबर ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जाते थे। साइबर अपराधी फोन पे कस्टमर को रिक्वेस्ट भेजकर ड्रीम 11, रम्मी और तीन पत्ती गेम के माध्यम से ठगी करते हैं।
इसके साथ साइबर अपराधी गूगल सर्च इंजन का कस्टमर केयर अधिकारी बनकर लोगों को लॉटरी का प्रलोभन देकर पैसों की ठगी करते थे। साथ ही ये साइबर अपराधी फर्जी बैंक अधिकारी बनकर लोगों को फोन करते हैं और उन्हें बताते हैं कि उनका एटीएम बंद होने वाला है। इसके अलावा केवाइसी अपडेट कराने के नाम पर भी ठगी की जाती है। इन अपराधियों द्वारा साइबर ठगी के लिए गूगल पे का भी सहारा लिया जाता था। साथ ही साइबर अपराधियों द्वारा वर्चुअल पेमेंट एड्रेस के माध्यम से भी ठगी की जाती थी।