देवघर। साइबर थाना की पुलिस ने पथरौल थाना क्षेत्र के पथरा गांव में छापेमारी कर 9 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस मामले में गांव के एक सीएसपी संचालक को भी गिरफ्तार किया है। इस संबंध में शनिवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में साइबर डीएसपी सुमित प्रसाद ने पूरे मामले की जानकारी दी। साइबर डीएसपी ने बताया कि साइबर थाना की पुलिस ने 28 वर्षीय सद्दाम अंसारी को करौं से गिरफ्तार किया है। इस साइबर अपराधी के पास से 3 मोबाइल फोन, 14 सिम कार्ड और 1 लैपटॉप भी बरामद किया गया है। गिरफ्तार साइबर अपराधी सद्दाम का आपराधिक इतिहास रहा है। वह पूर्व में देवघर जिला के साइबर थाना में दर्ज एक मामले में आरोपी है।साइबर डीएसपी ने बताया कि साइबर थाना की पुलिस अब साइबर अपराधियों के सरगनाओं पर कार्यवाई कर रही है।

इस मामले में गिरफ्तार सद्दाम साइबर अपराधियों का बड़ा गैंग ऑपरेट करता है। सद्दाम के गिरोह में 100 से ज्यादा युवक शामिल है। ठगी के इस कारोबार में सभी अपराधियों को कमीशन दिया जाता था। इसके अलावे साइबर डीएसपी ने जानकारी दी कि गिरफ्तार साइबर अपराधी ने एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक का कस्टमर केयर अधिकारी बन गूगल सर्च इंजन में अपना नंबर डाल रखा था और इसके माध्यम से वो बैंक के ग्राहकों से ठगी करता था। इसके अलावे साइबर डीएसपी ने बताया कि इस गिरोह के साइबर अपराधियों द्वारा साइबर ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जाते थे। साइबर अपराधी फोन पे कस्टमर अधिकारी बनकर ठगी करते हैं। इसके साथ ही ड्रीम इलेवन, रम्मी और तीन पत्ती गेम के माध्यम से ठगी करते हैं।

इसके साथ साइबर अपराधी गूगल सर्च इंजन का कस्टमर केयर अधिकारी बनकर लोगों को लॉटरी का प्रलोभन देकर पैसों की ठगी करते थे। साथ ही ये साइबर अपराधी फर्जी बैंक अधिकारी बनकर लोगों को फोन करते हैं और उन्हें बताते हैं कि उनका एटीएम बंद होने वाला है। इसके अलावा केवाइसी अपडेट कराने के नाम पर भी ठगी की जाती है। इन अपराधियों द्वारा साइबर ठगी के लिए गूगल पे का भी सहारा लिया जाता था। साथ ही साइबर अपराधियों द्वारा वर्चुअल पेमेंट एड्रेस के माध्यम से भी ठगी की जाती थी।

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