देवघर: देवघर में डेंगू और चिकनगुनिया जानलेवा हो गया है. शहरी इलाके में लगातार दोनों बीमारियों के मरीज मिल रहे हैं. अब तक 269 सैंपल की जांच में 56 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है. बुधवार को शहरी इलाके में डेंगू और चिकनगुनिया के 26 मरीज एक साथ मिले. स्वास्थ्य विभाग की ओर से 30 सैंपल की जांच के लिए देवीपुर एम्स का लैब भेजा गया था, जिसमें 16 डेंगू और 10 में चिकनगुनिया की पुष्टि हुई है. देवघर शहरी में 12 पुरुषस 4 महिला डेंगू से पीड़ित, वहीं 9 पुरूष और 3 महिलाएं चिकनगुनिया से पीड़ित हैं. जसीडीह इलाके में 3 पुरुष, 1 महिला में डेंगू और एक पुरुष में डेंगू की पुष्टि हुई है. मधुपुर में भी एक किशोर शामिल है। देवघर में अब तक कुल 269 जांच की गई हैं, जिनमें डेंगू मरीजों की संख्या 56 है. जबकि चिकनगुनिया मरीजों की संख्या 22 है। मच्छरजनित दोनों बीमारियों के बढते प्रकोप को लेकर बीभीडी सहायक डॉ.गणेश कुमार ने बताया कि अन्य राज्यों और जिलों से भी कुछ मामले सामने आए हैं. उसमें 5 डेंगू धनात्मक, 3 चिकनगुनिया धनात्मक और 2 सहसंक्रमित मामले शामिल हैं. एम्स देवघर में कुल 30 सेंपल डेंगू, चिकनगुनिया एलिजा जांच के लिए भेजा गया था. जिसकी रिपोर्ट आ गई है. जिसमें देवघर जिला के 16 डेंगू पॉजिटिव और 10 चिकनगुनिया के मरीज मिले हैं.
एंटी लार्वा का छिड़काव और जागरूकता अभियान शुरू
जिले में डेंगू और चिकनगुनिया के संभावित एवं धनात्मक रोगियों के घर तथा आसपास में स्वास्थ्य विभाग, जिला वैक्टर जनित रोग नियंत्रण केंद्र, देवघर द्वारा जन जागरूकता के साथ मच्छरों के प्रजनन स्थलों की पहचान कर उसे नष्ट किया जा रहा है. लोगों को सप्ताह में एक दिन ऐसा स्वयं करने के लिए प्रेरित करने के साथ लार्वानाशी दवा का छिड़काव, फॉगिंग और कंटेनर सर्वे आदि का कार्य घर -घर जाकर किया जा रहा है. इस दौरान दल द्वारा जिले के विभिन्न क्षेत्र के घरों में जाकर कंटेनर्स सर्वे में मच्छरों के प्रजनन स्थल को चिन्हित कर लार्वा और प्यूपा की पहचान कर उन्हें नष्ट किया जा रहा है. साथ ही लोगों को अपने घर तथा आसपास में कहीं भी जल जमाव नहीं करने तथा पीने के पानी को हमेशा ढक कर रखने के लिए भी जागरूक किया जा रहा है. जमे हुए बेकार पानी में जला हुआ मोबिल ऑयल डालने के लिए भी बताया जा रहा है.
डेंगू की रोकथाम के लिए छह टीमों का गठन
इसके लिए देवघर जिला शहरी क्षेत्र में कुल छ: कम्युनिटी वालंटियर्स एवं पांच फाइलेरिया यूनिट के कर्मियों को लगाया गया है. साथ ही सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के अंतर्गत एमपीडब्ल्यू एवं सहिया को डेंगू चिकनगुनिया रोधी निरोधात्मक सह जन- जागरूकता कार्य आदि में लगाया गया.