धनबाद: मंगलवार को माकपा, मासस व वाम दलों सहित सीआईटीयू और मजदूर कर्मचारी समन्वय समिति ने रणधीर वर्मा चौक में केरल की वाम जनवादी मोर्चा सरकार पर केंद्र की मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे आर्थिक व राजनीतिक हमले के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शन किया गया. इससे पुर्व धनबाद जिला परिषद मैदान से एकजुटता रैली निकाली गई. इस दौरान ‘देश के संघीय ढांचे पर हमला करना बंद करो’, ‘केंद्र द्वारा विपक्षी राज्यों की आर्थिक नाकेबंदी पर रोक लगाओ’, ‘केरल की वाम जनवादी सरकार को अस्थिर करने की साजिश बंद करो’ जैसे नारे लगे. इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि केरल में एक चुनी हुई सरकार है. वहां बेहतर शिक्षा, बेहतर स्वास्थ्य, मजदूरी अन्य राज्य से अधिक है. वहां की सरकार जीवन जीविका और सामाजिक सुरक्षा पर बेहतर काम कर रही है. इस देश में केरल एक मॉडल राज्य है. केंद्र सरकार के इशारे पर राज्यपाल सड़क पर धरना देकर केरल की वाम जनवादी सरकार को बदनाम और अस्थिर करना चाहते हैं, जो गैर लोकतांत्रिक है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सारकार केरल के अलावे कई अन्य गैर भाजपा शासित राज्यों में सरकार को गिराने और अस्थिर करने में लगी है. मोदी-शाह गैर भाजपा राज्य को दो ऑप्शन दे रहे हैं, या तो भाजपा के खेमे में आओ या तो सरकार से जाओ. इसी के खिलाफ आज केरल की जनता दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन व धरना कर रही हैं. इसके समर्थन में मंगलवार 8 फरवरी को देश की जनता देशव्यापी केरल एकजुटता दिवस मना रही हैं, उसी के तहत धनबाद में भी एकजुटता प्रदर्शन किया जा रहा है.
वक्ताओं में सीपीआई(एम) राज्य कमिटी के वरिष्ठ नेता कॉ गोपी कांत बक्सी, सुरेश गुप्ता, मासस सह मार्क्सवादी युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष पवन महतो, सचिव राणा चट्टराज, सीटू जिला अध्यक्ष एएम पाल, उपाध्यक्ष हराधन रजवार व जिला महामंत्री राम कृष्णा पासवान, बीसीकेयू केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सुन्दर लाल महतो सहित सैकड़ों लोग शामिल थे.
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