दुमका: दुमका में एक के बाद एक नाबालिग लड़कियों के साथ हुई दरिंदगी के विरोध में भाजपा और कई अन्य सामाजिक संगठनों की ओर से दुमका बंद किया गया है. इस बंद का व्यापक असर देखा जा रहा है. सारे व्यापारिक प्रतिष्ठान पुरी तरह से बंद हैं. बस पड़ाव में सन्नाटा पसरा हुआ है. एक भी वाहन नहीं चल रहे हैं.
बाजार बंद और वाहनों का चक्का जाम करने निकले प्रदर्शनकारी राज्य सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. उनका कहना है कि दुमका की बेटियों के साथ हैवानियत हो रही है जबकि राज्य सरकार के नुमाइंदे रांची से छत्तीसगढ़ का दौरा करने में लगी हुई है. लोगों की मांग है कि पीड़िता के परिजनों को एक करोड़ का मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए. जबकि दोषियों को फांसी की सजा मिले. इसके साथ ही परिजनों को सुरक्षा प्रदान की जाए.
दस दिन के भीतर ही दुमका में दो नाबालिग लड़कियों की हत्या कर दी गई है. दुमका में अभी पेट्रोल से जली नाबालिग की मौत का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि एक और आदिवासी लड़की से दुष्कर्म के बाद हत्या का मामला सामने आ गया. 23 अगस्त को दुमका के टाउन थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की के ऊपर शाहरुख नाम के लड़के ने पेट्रोल डालकर उसे आग लगा दी थी.
इसके बाद दस दिनों के अंदर ही फिर एक लड़की के साथ दरिंदगी कर उसकी हत्या कर दी गई. इसी बीच सीएम हेमंत सोरेन का बयान आया कि घटनाएं होती रहती है. पूरे मामले को लेकर सियासत गर्म है. विपक्ष के निशाने पर सीएम हेमंत सोरेन हैं, विपक्ष झारखंड में कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है. इधर इन घटनाओं को लेकर लोगों में भी आक्रोश है, वे न्याय की मांग कर रहे हैं.