गोड्डा: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पूर्व मंत्री हरिनारायण राय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में मुलाकात की. इस दौरान घटवाल जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने का प्रस्ताव पेश किया गया. प्रतिनिधिमंडल में असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे भी शामिल थे. सांसद दुबे ने इस मुलाकात की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की.
जानकारी के अनुसार, भुइयां-घटवाल जाति को आदिवासी वर्ग में शामिल करने की मांग वर्षों से उठती रही है, विशेष रूप से चुनावी समय के दौरान. संथाल क्षेत्र की कुछ सीटों पर भुइयां-घटवाल मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं, और पिछले लोकसभा चुनाव में इनका झुकाव भाजपा की ओर रहा. हाल ही में असम के मुख्यमंत्री और गोड्डा सांसद की हरिनारायण राय से घर पर मुलाकात की गई, जिसे राजनीतिक circles में काफी चर्चा मिली.
हरिनारायण राय, जो खुद घटवाल जाति से हैं, दो बार निर्दलीय विधायक और पूर्व मंत्री रह चुके हैं. वह बहुजन समाज पार्टी और झामुमो से भी चुनाव लड़ चुके हैं. ऐसी संभावना है कि वह भाजपा में शामिल होकर नए सिरे से राजनीतिक करियर की शुरुआत कर सकते हैं.
गोड्डा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत घटवाल जाति का प्रभाव स्पष्ट है, और इस जाति की आदिवासी में शामिल होने की मांग लंबे समय से उठ रही है. स्थानीय लोग मानते हैं कि इनका जीवन और रहन-सहन आदिवासियों के समान है, लेकिन अब तक राजनीतिक दलों से केवल आश्वासन ही मिला है. झारखंड में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में यह मुद्दा एक बार फिर चर्चा में आ गया है और राजनीतिक बैठकों का सिलसिला शुरू हो गया है.