अयोध्या : राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह से पहले रामलला की फोटो वायरल होने पर श्रीराम मंदिर ट्रस्ट ने कड़ी नाराजगी जताई है. ट्रस्ट को शक है कि सोशल मीडिया पर रामलला की जो फोटो वायरल हुई है वह एल एंड टी के अफसरों की तरफ से की गई है. जिसको लेकर ट्रस्ट अफसरों पर कार्रवाई की तैयारी में है. वहीं राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने भी नाराजगी जताते हुए कहा कि जहां नई मूर्ति है वहीं प्राण प्रतिष्ठा के नियम हो रहे हैं. अभी शरीर को कपड़े से ढंक दिया गया है, जो आंख खुली हुई मूर्ति दिखाई गई वो सही नहीं है. प्राण प्रतिष्ठा से पहले नेत्र नहीं खुलेंगे. यदि ऐसी तस्वीर आ रही है तो इसकी जांच होगी कि ऐसा किसने किया है.

बताते चलें कि अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का निर्माण और डिजाइन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) की तकनीकी सहायता से लार्सन एंड टुब्रो (एल एंड टी) और टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स की तरफ से किया जा रहा है. माना जा रहा है कि कंपनी के किसी ही किसी कर्मचारी या अधिकारी ने फोटो खींचकर वायरल की है. हालांकि फोटो कहां से वायरल हुई है अभी इसकी पूरी तरह से पुष्टि नहीं हो पाई है.

बता दें कि गुरुवार की देर रात श्रीराम मंदिर के गर्भगृह से रामलला की नई तस्वीर सामने आई थी. इस तस्वीर में भगवान का चेहरा ढककर रखा गया था. इसके बाद शुक्रवार की सुबह नौ बजे एक और तस्वीर सामने आई. इस तस्वीर में उनके पूरे स्वरूप को देखा जा सकता है. रामलला एक हाथ में धनुष और दूसरे हाथ में बाण धारण किए हैं. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान के चौथे दिन शुक्रवार को सुबह नौ बजे अरणि मंथन से अग्नि प्रकट की गई.

इसे भी पढ़ें: मुख्यमंत्री के आवास के पास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, पूरब दिशा के दरवाजे से प्रवेश करेंगे सीएम

 

Share.
Exit mobile version