भुवनेश्वर। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में हनी ट्रैप का मामला सामने आया है। कालाहांडी की रहने वाली एक महिला ने कई प्रभावशाली लोगों को अपने प्रेमजाल में फंसाकर जबरन वसूली की। महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। विपक्षी दल कांग्रेस व भाजपा ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
महिला ने सोशल मीडिया पर कई प्रभावशाली लोगों से दोस्ती की और उनके साथ अंतरंग तस्वीरें लेने के बाद उन्हें ब्लैकमेल किया। कांग्रेस व भाजपा ने ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) पर मामले में शामिल लोगों को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।
भाजपा ने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग करते हुए आरोप लगाया है कि राज्य के कई मंत्री इसमें शामिल हैं। भाजपा के महिला मोर्चे की अध्यक्ष स्मृति पटनायक ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पुलिस मामले की उचित जांच करने में पूरी तरह से विफल रही है। बताया जा रहा है कि इसमें राज्य के मंत्री सहित सत्तारूढ़ बीजद के कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं। पुलिस द्वारा ब्लैकमेलिंग गिरोह से जुड़े सभी लोगों के नामों का खुलासा न करने से संदेह और बढ़ गया है।
पटनायक ने आरोप लगाया कि मामले में महिला का पति भी शामिल था, जिसे गिरफ्तार न करके पुलिस उसे सबूत मिटाने का मौका दे रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि इस गिरोह में सत्ताधारी दल और राज्य सरकार की सीधी संलिप्तता है। दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। यह मामला सीबीआई को सौंपे जाने के लिए उपयुक्त है। राज्य पुलिस इसकी जांच करने में असमर्थ है।
वहीं, कांग्रेस ने अदालत की निगरानी में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा मामले की जांच कराए जाने की मांग की। कांग्रेस नेता देबाशीष पटनायक ने आरोप लगाया कि सत्तारूपढ़ पार्टी के कई सदस्य मामले में शामिल हैं और ब्लैकमेल कर करोड़ों रुपये वसूलने वाली महिला व उसके पति को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
हालांकि, बीजद ने आरोपों को खारिज करते हुए कांग्रेस और भाजपा से मामले में शामिल उसके नेताओं के खिलाफ सबूत पेश करने को कहा। बीजद प्रवक्ता लेनिन मोहंती ने कहा कि अगर भाजपा के पास कोई भी तस्वीर या अन्य कोई सबूत हैं तो आरोप लगाने के बाजय उसे सार्वजनिक रूप से पेश करे। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि मामले में बीजद की लिप्तता साबित करें।