गुमला : कुरुमगढ़ सड़क हादसे में मृत जलसहिया के परिजनों को 50 लाख मुआवजा और नौकरी के साथ बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देने की मांग को लेकर जलसहिया संघ ने मुख्यमंत्री के नाम डीएम को ज्ञापन सौंपा. साथ ही कहा कि अगर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो जलसहिया संघ इसके खिलाफ आंदोलन करेगा.
मालूम हो कि जिले के कुरुमगढ़ इलाके में जलसहिया संघ की बैठक में भाग लेकर जलसहिया चैनपुर से अपने घर बरडीह जा रहे थे. तभी अनियंत्रित बस ने ऑटो को टक्कर मार दी. जिसमें दो जलसहिया सहित 3 लोगों की मौत हो गई थी.
इस घटना से नाराज जलसहिया संघ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पीड़ित परिवार को 50 लाख मुआवजा, सरकारी नौकरी, बच्चों की शिक्षा, चिकित्सा निः शुल्क उपलब्ध कराने की मांग की है. इस पत्र की प्रतिलिपि डीएम, और पेयजल स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता को भी दिया है. जिसमें मांगो को पूरा करने का आग्रह किया है. साथ ही धमकी दी है कि मांगो पर विचार नहीं होने से इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा.
कांग्रेस नेता चैतू उरांव के नेतृत्व में अभियंता से मिला जलसहिया का प्रतिनिधिमंडल
वहीं जलसहिया के परिजनों को सरकारी सहयोग देने की मांग को लेकर जलसहिया संघ का एक प्रतिनिधि मंडल कांग्रेस नेता चैतू उरांव के नेतृत्व में पेयजल स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता से मुलाकात कर उन्हें सरकारी सहयोग देने की मांग की.
लोहरदगा, सिमडेगा समेत कई जिलों से पहुंचे सैकड़ों जलसहिया संघ के सदस्यों ने इस दौरान लंबे समय से जल सहिया को वेतन नहीं मिलने की शिकायत भी की. उन्होंने कहा कि बिना वेतन के जलसहिया किसी तरह अपना जीवन यापन कर रहे हैं. ऐसे में उनके 2 सदस्यों की सड़क हादसे में मौत से परिवार के समक्ष गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है.
इस पर कार्यपालक अभियंता ने कहा कि उनके दोनों परिवार को मिलाकर अपने तरफ से 15 हज़ार रुपए अंतिम संस्कार के लिए दिया गया है. उनके मानदेय की बात है तो यह सरकार के स्तर का मामला है. लेकिन बाकी उनकी जो मांगे हैं उन्हें एक सप्ताह के अंदर पूरा कर दिया जाएगा.
इस मौके पर मजदूर नेता जुम्मन खान, सहित जल सहिया संघ से रूमा कुजूर, प्रेमावती देवी, फूल कुमारी, रीमा देवी ललिता मिंज, ममता टोप्पो, विमला उरांव, सचिता देवी, किरण मिंज, वर्षा देवी, अलमा लकड़ा, संगीता देवी सहित कई प्रमुख लोग शामिल थे.
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