नई दिल्ली : डीपफेक के मुद्दे पर सोशल मीडिया कंपनियों के साथ केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बैठक की. बैठक के बाद मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हम सभी इस बात पर सहमत हुए हैं कि अगले लगभग 10 दिनों के भीतर डीपफेक के खिलाफ स्पष्ट और कार्रवाई योग्य कानून लेकर आएंगे. बहुत ही कम समय में डीपफेक को लेकर नया कानून जनता के सामने हाजिर होगा. सभी टेक कंपनियों ने कहा है कि डीपफेक को फ्री स्पीच के तहत नहीं रखा जा सकता है. डीपफेक कुछ ऐसा है जो वास्तव में समाज के लिए हानिकारक है. आज इसे रेगुलेट करने के लिए मसौदा तैयार करना शुरू कर दिया जाएगा.
#WATCH | Delhi: On Deep fake, Union Minister for Communications, Electronics & IT Ashwini Vaishnaw says, “Deep fake has emerged as a new threat in the society. We need to take immediate steps. Today a meeting was held with social media platforms. We’ve to focus on four… pic.twitter.com/oFdgdxXywo
— ANI (@ANI) November 23, 2023
मंत्री ने कहा कि डीपफेक लोकतंत्र के लिए एक नया खतरा बनकर उभरा है. “हमारी अगली बैठक दिसंबर के पहले सप्ताह में होगी जो आज के फैसलों पर आधारित होगी. अगली बैठक में यह तय होगा कि डीपफेक को रेगुलेट करने वाले नियमों में क्या शामिल किया जाना चाहिए.
बता दें कि पिछले कुछ दिनों में कई सारे डीपफेक वीडियोज वायरल हुए हैं जिनमें सचिन तेंदुलकर की बेटी और साउथ की एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का भी वीडियो शामिल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी एक डीपफेक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उन्हें गरबा करते हुए दिखाया गया था.
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