रामगढ़। रामगढ़ में रेलवे के गड्ढे में डूबकर तीन बच्चों की दर्दनाक मौत हो गयी। घटना जिले के बरकाकाना की है। मरने वालों में दो लड़की और एक लड़का है जिनकी उम्र 7 साल, 8 साल और 9 साल बताई गयी है। इनमें से दो सगे भाई बहन हैं। तीसरी मृत बच्ची भी उसी परिवार की थी। गांव में घटना से मातम छा गया है।
जानकारी के मुताबिक, बरकाकाना क्षेत्र के आदिवासी बहुल उरलुंग गांव में एक ही परिवार के तीन बच्चों के गड्ढे में डूबने से मौत हो गई। घटना की सूचना क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। देखनेवालों की भीड़ जमा हो गई। भूतपूर्व सैनिक धनेश्वर उरांव ने बताया कि शैली(9) कक्षा 5 की छात्रा और सुजल(7) कक्षा एक का छात्र था। दोनों अश्विनी उरांव के बच्चे थे। तीसरी कृति(8) कालीचरण उरांव राय की बेटी थी और नानी के घर पर रहकर पढ़ाई करती थी।
उन्होंने बताया कि शैली और सुजल पैराडाइज पब्लिक स्कूल अंबवाटांड़, हेहल में पढ़ते थे। वे बुधवार को स्कूल से करीब ढाई बजे लौटे। उसके बाद खेलने बोलकर पुराना घर जाने की बात कहकर निकले थे। शाम 4 बजे तक ट्यूशन जाने के लिए तीनों वापस नहीं लौटे तो खोजबीन करना शुरू कर दिया। तभी बरकाकाना एवोडिंग स्टेशन के समीप रेलवे निर्माण में बने गड्ढे के समीप तीनों का चप्पल और कपड़ा दिखा। शक हुआ तो गड्ढे में तलाशी शुरू की गयी। तभी तीनों का शव गड्ढे से बरामद किया गया। घटना देख परिजनों की आंखें नम हो गईं। महिलाएं चित्कार के साथ विलाप करना शुरू कर दीं।
घटना की सूचना ओपी पुलिस को दी गई। मौके पर ओपी प्रभारी मंटु चौधरी, एएसआई वीरेंद्र प्रसाद, मो शराफत आदि दल-बल के साथ पहुंचे। इस हादसे से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। घर का चिराग बुझ जाने से मातम पसरा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
हेहल में दो सगे भाइयों की तालाब में बीते 10 फरवरी को डूबने से दर्दनाक मौत हो गई थी। बड़ा भाई यशराज कुमार (8 वर्ष) और छोटा भाई राघव कुमार (6 वर्ष)। माता-पिता के दो ही संतान थे। यह घटना लोगों के दिलों दिमाग से हटा भी नहीं था कि दूसरी घटना ने लोगों को अंदर से झकझोर दिया है।