Joharlive Desk

पटना। बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमित दूसरे मरीज की मौत आज पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में हो गई। एम्स प्रशासन सूत्रों ने यहां बताया कि 14 मार्च को एम्स में वैशाली जिले के 35 वर्षीय एक व्यक्ति को भर्ती कराया गया। उस समय उसे बुखार था। इसके बाद उसका स्वैब सैंपल जांच के लिए भेजा गया। 15 मार्च देर शाम आई रिपोर्ट में उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। उसका इलाज चल रहा था लेकिन आज उसकी मौत हो गई। वह वैशाली जिले का पहला संक्रमित मरीज था।

सूत्रों ने बताया कि एम्स ने उसकी मौत का कारण कोरोना पॉजिटिव और मल्टी ऑर्गन का फेल होना बताया है। उसे इंसेफ्लाइटिस के साथ मल्टीपल इन्फ्रैक्शन यानी कई संक्रमण भी थे। मृत युवक पूर्व में यक्ष्मा रोग (ट्यूबरकुलोसिस-टीबी) से भी पीड़ित रहा था। मृतक के शव को फिलहाल एम्स के शवगृह में रखा गया है।

सूत्रों ने बताया कि उसके तीन रिश्तेदार की भी जांच हुई है। सभी की रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है। बिहार में कोरोना से होने वाली दोनों मौत पटना एम्स में ही हुई है। मृत युवक की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं रही है। उसने पटना एम्स में भर्ती होने से पहले बाईपास और खुसरूपुर के अस्पताल में भी जांच कराई थी। कोरोना वायरस से संक्रमित बिहार में पहली मौत मुंगेर जिले के चौरंबा गांव निवासी सैफ अली की हुई थी।

सैफ की मौत 21 मार्च 2020 को पटना एम्स में हुई थी और 22 मार्च को उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। मृतक सैफ को किडनी की बीमारी थी। कुछ दिन पहले ही वह कतर से अपने गांव चौंरबा लौटा था। तबियत बिगड़ने पर सैफ को इलाज के लिए मुंंगेर के नेशनल हॉस्पीटल ले जाया गया था। उसके बाद उसे पटना के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

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