देवघरः दहेज प्रताड़ना के मामले में विचाराधीन बंदी नरेश पत्रलेख की मौत हो गयी. करीब तीन महीने से अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था. मामले की जानकारी ओपी प्रभारी को दे दी गयी है. अब आगे की प्रक्रिया की जा रही है. देवघर सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में बीते 3 माह से इलाजरत विचाराधीन बंदी 70 वर्षीय नरेश पत्रलेख कि बुधवार की देर शाम मौत हो गयी. ऑन ड्यूटी चिकित्सकों ने इसकी सूचना ओपी प्रभारी को दी. जिसके बाद सूचना मिलते ही ओपी प्रभारी विनोद कुमार सिंह सदर अस्पताल पहुंचे और शव को सदर अस्पताल के शीत गृह में सुरक्षित रखा गया.
साथ ही मामले में केंद्रीय कारा के अधीक्षक को भी अवगत कराया गया है. गुरुवार को मृत बंदी के शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया जाएगा. 7 मई 2022 को दहेज प्रताड़ना के मामले में 70 वर्षीय नरेश पत्रलेख उनकी पत्नी व बेटा को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था. इस मामले में नरेश पत्रलेख विचाराधीन है.
बुधवार की रात को अचानक से उनकी तबीयत खराब हो गयी. इसके बाद ऑन ड्यूटी चिकित्सक को मामले की पूरी जानकारी दी गयी. डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार किया मगर इलाज के क्रम में कैदी की मौत हो गयी. बता दें कि पिछले तीन महीने से सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में नरेश का इलाज चल रहा था. दहेज प्रताड़ना के एक मामले में नरेश पत्रलेख अपनी पत्नी और बेटा के साथ जेल में बंद था.