Joharlive Team/Desk
रांची/बिलासपुर। महाराष्ट्र के नागपुर से अपने गृह प्रदेश झारखंड के लिए पैदल निकले आठ मजदूरों के समूह में से एक की बीती रात यहां के छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान(सिम्स) अस्पताल में मौत हो गई।उसे गंभीर हालत में यहां दाखिल कराया गया था।
मिली जानकारी के अनुसार मजदूरों का एक दल महाराष्ट्र के नागपुर से करीब एक सप्ताह पहले रवाना हुआ था। 3-4 मई की रात सराईकेला, खरसावन जिले के आठ मजदूरों में से एक रवि मुंडा की तबियत पैदल चलते-चलते रायपुर-बिलासपुर मार्ग पर सरगांव के पास ज्यादा खराब हो गई। इसकी सूचना ग्रामीणों ने 108 एम्बुलेंस को दी। सभी को सिम्स चिकित्सालय लाया गया। यहां सभी मजदूरों का उपचार शुरू किया गया। इनमें से एक 40 वर्षीय रवि मुंडा की तबियत रात में ज्यादा खराब हो गई और उसकी मौत हो गई।
इसी बीच समूह के श्रमिकों को ज्ञात हुआ कि झारखंड सरकार की एक बस बिलासपुर आई है जिसमें वे वापस अपने घर लौट सकते हैं।इसके बाद रवि मुंडा के भाई सहित सभी सात मजदूर अपने साथी का शव छोड़कर झारखंड रवाना हो गये। मृतक के भाई ने सिम्स प्रबंधन से कहा कि वह अपने भाई का शव ले जाने में असमर्थ है। इसके लिए कोई साधन भी नहीं है।
सिम्स की मीडिया प्रभारी डॉ. आरती पांडेय ने बताया कि मजदूर की मौत मल्टी आर्गन फेलियर के कारण हुई है।मृतक के परिजनों के नही होने पर लावारिस लाशों का अंत्येष्टि करने वाली सामाजिक संस्था ‘पहल’ से सम्पर्क किया गया, जिसने आज श्रमिक की अंत्येष्टि की।