Giridih : गिरिडीह SP डॉक्टर बिमल कुमार ने कहा कि जनता के बीच पुलिस का विश्वास बढ़ाना है। सुदूरवर्ती गांव में रहने वाले युवाओं और युवतियों को मुख्यधारा में से जोड़ना है। वहीं, बेरोजगार युवकों और युवतियों को रोजगार उन्मुख ई कार्यक्रम से जोड़ना भी है। मौका था सामुदायिक पुलिसिंग के तहत आयोजित एक कार्यक्रम का। यह कार्यक्रम गिरिडीह के नक्सल प्रभावित पीरटांड प्रखंड के नौकोनियां गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रांगण में आयोजित की गयी थी। SP ने कहा कि अधिकतर ग्रामीण इलाकों में यह देखा जाता है कि रोजगार नहीं रहने के कारण नक्सली इन्हें अपने चंगुल में फंसा लेते हैं। नक्सलियों के बहकावे में आकर युवा रास्ता भटक जाते हैं। सामुदायिक पुलिसिंग के जरिये ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं और युवतियों के साथ-साथ बच्चों के बीच राष्ट्रभक्ति एवं कर्तव्यनिष्ठ नागरिक बनाने का मकसद छिपा हुआ है।
गिरिडीह DC नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम का एक ही मकसद है… पुलिस और जनता के बीच में परस्पर संबंध स्थापित करना एवं मधुर रिश्ता बनाना। इसी परिपेक्ष में सामुदायिक पुलिसिंग के तहत यह कार्यक्रम हो रहा है।
ठंड को देखते हुये मौके पर स्थानीय बुजुर्गों एवं महिलाओं के बीच कंबल एवं अन्य सामान बांटे गये। वहीं स्कूल के स्टूडेंट्स के बीच कॉपी, पेंसिल, पेन, चॉकलेट, बिस्किट और खेल सामग्री का वितरण भी किया गया।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि गिरिडीह DC नमन प्रियेश लकड़ा ने शिरकत की। वहीं, विशिष्ट अतिथि में एसपी डॉ बिमल कुमार, डीएफओ मनीष कुमार और एडिशनल एसपी सुरजीत कुमार मौजूद थे। इसके अलावे मौके पीरटांड़ बीडीओ, सीओ व थाना प्रभारी समेत बड़ी संख्या में पुलिस की भी मौजूद रही।
Also Read : BPSC री-एग्जाम परीक्षा का दौरा करने केंद्रों पर पहुंचे DM
Also Read : ‘मंईयां’ कार्यक्रम का जायजा लेने पहुंचे SSP, दिये कई जरूरी निर्देश
Also Read : NATIONAL SCHOOL GAMES 2025 का झारखंड में 5 जनवरी से होगा आगाज