जामताड़ा: बुधवार को समाहरणालय परिसर से उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी शशि भूषण मेहरा और उप विकास आयुक्त अनिलसन लकड़ा ने राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस मौके पर उपायुक्त, उप विकास आयुक्त सहित अन्य पदाधिकारियों ने हस्ताक्षर कर व सेल्फी प्वाइंट में सेल्फी लेकर अभियान का शुरुआत किया. भारत में 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत वर्ष 2008 में महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से की गई थी.
मौके पर उपायुक्त शशि भूषण मेहरा ने कहा कि राष्ट्रीय बालिका दिवस का मुख्य उद्देश्य है कि बालक बालिकाओं में भेदभाव समाप्त कर समानता स्थापित करना. लड़कियों की देखभाल में परिवार के स्तर पर लड़कों के समान, लड़के-लड़कियों के साथ समानता के व्यवहार, लड़कियों के जन्म को भी हर्ष उल्लास पूर्वक मनाना, कन्या भ्रूण हत्या अधिनियम 1994 के अनुपालन एवं बालिकाओं के साथ होने वाले भेदभाव के प्रति लोगों को जागरूक करना, बालिकाओं के साथ कानूनी अधिकारों, शिक्षा, चिकित्सा सुविधाओं, कन्या भ्रूण हत्या, गिरता हुआ लिंगानुपात एवं बाल विवाह आदि मुद्दों पर लोगों का ध्यान केंद्रित करना है.
उन्होंने जिलवासियों से बेटा-बेटी में भेद न करते हुए उन्हें खूब पढ़ाने लिखाने के लिए अपील की. उन्होंने कहा कि जिले में बाल विवाह एक गंभीर मुद्दा है, जिसे समाज के सभी वर्गों के प्रबुद्ध जनों, अभिभावक, माता पिता आदि के परस्पर सहयोग एवं चिंतन से दूर किया जा सकता है. इस मौके पर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ डीसी मुंशी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कलानाथ, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अंजू पोद्दार सहित अन्य उपस्थित थे.
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