Bihar : पिता अपनी बेटी के ससुराल जा कर देखा तो, बेटी की बॉडी कंबल से लिपटी मिली. महिला की उम्र मात्र 31 वर्ष थी. मृतका की पहचान पति दिवेश कुमार की पत्नी सुजाता सिंह बताया जा रहा है. इन दोंनो की शादी नौ साल पहले हुई थी. परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि ससुराल के तरफ से दहेज के लिए लंबे समय से प्रताड़ित किया जा रहा था और इसी कारण उसकी हत्या की गई. यह मामला सुपौल जिले के लौकहा थाना क्षेत्र अंतर्गत बरुआरी पूरब पंचायत के वार्ड 11 वीआईपी रोड की हैं.
मृतका के पिता शशिभूषण सिंह ने बताया कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले अक्सर दहेज की मांग करते थे, जिसमें पैसे, गहने और अन्य चीजें शामिल थीं. कई बार डिमांड पूरी भी की गई. दो वर्ष पहले दिवेश ने लोन पर स्कॉर्पियो खरीदी थी और उसे किराए पर चलाता था. इस दौरान सुजाता से मारपीट के बाद उसे दो लाख रुपए दिए गए थे. हालांकि, मारपीट का सिलसिला लगातार जारी रहा.
शशिभूषण सिंह ने बताया कि पिछले छह महीनों से प्रताड़ना बढ़ गई थी. दशहरे के दौरान जब सुजाता मायके आई तो परिजनों ने उसे ससुराल भेजने से इनकार कर दिया, लेकिन दामाद के बार-बार आग्रह और पंचायत की सहमति से उसे 18 नवंबर को ससुराल भेजा गया. मृतका के पिता ने आरोप लगाया कि करीब डेढ़ माह पूर्व दिवेश ने हत्या की धमकी भी दी थी. दो दिन पहले, एक नोंक झोंक के दौरान दिवेश ने सुजाता का मोबाइल भी तोड़ दिया था.
शनिवार की शाम को स्थानीय ग्रामीणों से घटना की सूचना मिली, जिसके बाद मृतका के परिजन ससुराल पहुंचे. वहां उन्होंने सुजाता का शव कंबल में लपेटा हुआ पाया. इस बीच, पति दिवेश और जेठ राकेश कुमार मौके से फरार हो गए. मृतका के परिजनों का आरोप है कि घर में सिर्फ सास बच्ची देवी और जेठानी सोनी देवी थीं, जिन्होंने घटना के बारे में पूछताछ करने पर उलझने की कोशिश की. इसके बाद, पुलिस को सूचित किया गया.
लौकहा थाने की पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सास और जेठानी को हिरासत में ले लिया. शव को पोस्टमार्टम के लिए सुपौल सदर अस्पताल भेज दिया गया है. पुलिस ने मृतका के पिता द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर FIR कर मामले की जांच शुरू कर दी है. मृतका का पांच साल का एक बेटा भी है.
लौकहा थानाध्यक्ष आलमगीर अंसारी ने बताया कि पुलिस मामले की सभी पहलुओं से गहन जांच कर रही है और जल्द ही आरोपी को पकड़ने के प्रयास किए जाएंगे.
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