Joharlive Team
रांची। कोरोनकाल में अगर किसी की जॉब जा चुकी है और उन्हें नए जॉब की तालाश है तो सतर्क रहने की जरूरत है। क्योंकि बेरोजगारों पर साइबर अपराधियों की पैनी नज़र है। साइबर फ्रॉड अपने टारगेट को सरकारी विभागों के नाम से ज्वाइनिंग लेटर भेज रहे हैं।
ग्रामीण विकास विभाग के नाम से भेजे मेल से किसी के भी खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा क्योंकि कोरोना के इस वक्त में अगर किसी सरकारी विभाग से किसी को नौकरी का ऑफर आया तो भला क्या कहने। लेकिन नौकरी का यह ऑफर आपको चुना लगा सकता है।
मामले की जानकारी देते हुए ग्रामीण विकास विभाग की स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजर मिनी रानी ने बताया कि उनके पास एक अभ्यर्थी का कॉल आया था और ग्रामीण विकास विभाग की ईमेल आईडी से जॉब ऑफर की बात कही गई है लेकिन जब इसकी जांच की गई तो विभाग से ऐसा कोई वैकेंसी का ऑफर भेजा ही नहीं गया है।
यह कोई पहला मामला नहीं है जब किसी सरकारी विभाग से नौकरी के नाम पर ठगी करने की कोशिश की गई। पहली भी ऐसा मामला बिजली विभाग से भी संबंधित था इसकी जांच में यह पता चला कि वह पूरी तरीके से फर्जी है।
जानकारी देते हुए साइबर डीएसपी यशोधरा ने बताया कि साइबर अपराध में हर वक्त साथ में रहते हैं कि आखिर लोगों से कैसे पैसे की ठगी की जा सके इसे लेकर वह अलग अलग तरीके से हथकंडे अपनाते हैं इसीलिए जरूरी है तो किसी भी ऐसे ऑफर लेटर की फिजिकल वेरिफिकेशन करने की। यानी कि अभ्यार्थी को संबंधित विभाग से जाकर इसकी जानकारी लेनी चाहिए तभी आगे की कार्रवाई हो।
बहरहाल साइबर फ्रॉड लगातार अपने शिकार कि ताक में बैठे रहते हैं कि कब कोई गलती करें और उनके साथ फर्जीवाड़ा किया जा सके। इसीलिए जरूरत है सतर्क रहने की ताकि वक्त से पहले ही किसी घटना को रोका जा सके।