रांची। अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) ने फर्जी बैंक मैनेजर बनकर लोगों के खाते से पैसा उड़ाने वाले साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार साइबर अपराधी का नाम तनुप कुमार उर्फ तनुप दत्त बताया गया है। वह दुमका जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है। सीआईडी ने आरोपी के पास एक मोबाइल एक एटीएम और दो सिम कार्ड बरामद किया है।
सीआईडी एसपी एस कार्तिक ने सोमवार को मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बीते 15 मई 2018 को साइबर थाने में संजय कुमार पांडेय ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी कि बैंक मैनेजर बनकर केवाईसी अपडेट के नाम पर फोन कर दो लाख 24 हजार रुपये की ठगी कर ली गई है।
एसपी ने बताया कि आरोपित ने संजय कुमार पांडे से फोन पर बातचीत के दौरान खुद को बैंक मैनेजर बताया था। आरोपित बैंक मैनेजर बनकर केवाईसी के नाम पर संजय को झांसा में लिया था। पीड़ित बैंक मैनेजर समझ कर आरोपित के बहकावे में आ गया और उसने अपना सारा डिटेल आरोपित को बता दिया था। आरोपित ने पुलिस के खाते से तीन से चार बार में पैसा निकाला था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए अनुसंधान के क्रम में आरोपित को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के क्रम में इस बात का भी खुलासा हुआ कि आरोपित हैदराबाद में भी साइबर अपराध के मामले में जेल जा चुका है।
पूछताछ के क्रम में आरोपित अपने कई साथियों का नाम सीआईडी को बताया है। आरोपित की निशानदेही पर सीआईडी कार्रवाई कर रही है और अन्य साइबर अपराधियों को पकड़ने का प्रयास कर रही है।
एसपी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अनजान नंबर से फोन आने पर किसी को अपना डिटेल नहीं बताएं। साइबर अपराधी काफी सक्रिय हैं। सचेत रहने से ही साइबर अपराधियों को फेल किया जा सकता है। बैंक के द्वारा किसी भी व्यक्ति को फोन कर डिटेल नहीं मांगा जाता है, जो भी डिटेल मांगता है, वह साइबर फ्रॉड है।