Garhwa : जिले के खरौंधी प्रखंड के कुपा पंचायत में मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों के खातों में जालसाजी का मामला सामने आया. CSC संचालकों द्वारा जानबूझकर लाभुकों के खाते में पैसे न भेजकर अपने रिश्तेदारों के खाते में राशि भेजी गई. जांच में पाया गया कि CSC संचालक नवनीत कुमार पटेल, सत्यनारायण गुप्ता और अजित प्रजापति ने लाभुकों के खाते की बजाय अपने या रिश्तेदारों के खाते में राशि स्थानांतरित की. इसके बाद तीनों CSC संचालकों का ID तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया और राशि को योग्य लाभुकों के खातों में वापस किया गया.
इतना ही नहीं, इसके अलावा दो अन्य मामलों में भी जिला प्रशासन ने कार्रवाई की है. जिनमें सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में अनियमितताओं का खुलासा हुआ. उपायुक्त शेखर जमुआर ने कहा कि किसी भी स्तर पर अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
9 अयोग्य का अबुआ आवास किया स्वीकृत
खरौंधी प्रखंड के खरौंधी पंचायत में अबुआ आवास योजना के तहत अयोग्य लाभुकों को आवास देने का मामला सामने आया. जांच में पाया गया कि 9 अयोग्य लाभुकों को आवास स्वीकृत किया गया था, जिनमें से 7 के खाते में पहली किस्त की राशि भी जारी की गई थी. उपायुक्त ने इस मामले में पंचायत सचिव शशि कुमार को निलंबित किया, जबकि पंचायत मुखिया मंजु देवी को निलंबित करने की अनुशंसा राज्य निर्वाचन आयोग को की गई है. प्रखंड विकास पदाधिकारी और समन्वयक को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
गोदाम से 2682 क्विंटल धान गायब
मझिआँव प्रखंड के रामपुर पैक्स में धान क्रय के दौरान कालाबाजारी की भारी अनियमितता की शिकायत मिली थी. जांच में पाया गया कि 5375 क्वींटल धान के मुकाबले गोदाम में मात्र 2693 क्वींटल धान था, जिससे लगभग 2300 क्वींटल धान की कमी सामने आई. इस मामले में रामपुर पैक्स के अध्यक्ष रवीन्द्र सिंह को दोषी ठहराया गया और उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. उपायुक्त ने कहा कि सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में कोई भी अनियमितता नहीं सहन की जाएगी और दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी.
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