रांची: स्वास्थ्य विभाग रांची के तत्वाधान में सोमवार 5 अगस्त को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप हेतु जिला स्तरीय बैठक हुई. मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता सिविल सर्जन रांची डॉ प्रभात कुमार ने की. उन्होंने हॉस्पिटल के प्रतिनिधियों को सरकार को सहयोग करने को कहा. साथ ही कहा कि हॉस्पिटल अपने सभी रिपोर्ट को बिना डरे सरकार के साथ साझा करे. साथ ही प्रतिनिधियों को बताया गया कि इस मीटिंग का उद्देश्य प्राइवेट हेल्थ सेंटर और स्वास्थ्य विभाग को एक मंच पर लाकर सभी स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित की जा सके. इसके अलावा एक सर्व समावेशी स्वास्थ्य योजना का निर्माण तथा परिवार नियोजन कार्यक्रम को मज़बूत बनाने हेतु आधार तैयार करना है.
हर महीने की 5 तारीख तक देनी होगी रिपोर्ट
इससे पहले जिला डाटा प्रबन्धक संजय तिवारी ने सभी प्रतिनिधियों का स्वागत किया तथा प्राइवेट हॉस्पिटल की सहभागिता क्यों आवश्यक है उसपर प्रकाश डाला. राज्य डाटा प्रबंधक सुबोध कुमार ने प्राइवेट हेल्थ सेंटरों से आए डॉक्टर, प्रबंधक व अन्य कर्मियों से कहा कि वह हर माह की अधिकतम 5 तारीख तक प्रसव संबंधित सेवाओं, परिवार कल्याण कार्यक्रम, बच्चों को नियमित टीकाकरण, मातृ एवं शिशु जन्म मृत्यु रिपोर्ट आदि की रिपोर्ट अनिवार्य रूप से भेजना सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट भारत सरकार के पोर्टल हेल्थ मैनेजमेंट एंड इनफार्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) पर अपलोड की जाती है जिससे जिला की रैंकिंग निर्धारित होती है. जिला कार्यक्रम प्रबन्धक प्रवीण सिंह ने सभी प्राइवेट हेल्थ सेंटरों को ससमय रिपोर्ट एचएमआईएस पोर्टल पर जमा करने को कहा. उन्होंने सभी को बताया गया कि किस तरह रिपोर्टिंग का फॉर्मेट को भरा जाएगा और कौन-कौन सी रिपोर्ट उन्हें देनी है. बैठक में रांची शहरी क्षेत्र से 20 प्राइवेट हॉस्पिटल के प्रतिनिधियों के साथ-साथ पीएसआई इंडिया से जनरल मैनेजर नीलेश कुमार, सीनियर मैनेजर सुनील कुमार, प्रणव कुमार झा, संतोष कुमार पाण्डेय, मोनिषा कुमारी और संतोष कुमार शामिल हुए.